शत्रुओं का विनाश करने वाला पर्व विजयादशमी
यदि अपराह्न में श्रवण नक्षत्र हो तो वह और भी उत्तम माना जाता है, दोनों ही दिन यदि श्रवण नक्षत्र आ जाये तो वह और अधिक श्रेष्ठ होता है। श्रवण नक्षत्र में दशमी का योग ‘विजय-योग’ कहलाता है इसलिए इस दशमी को विजयादशमी भी कहते हैं, इस दिन अपराजिता देवी की भी पूजा की जाती है। विधि-विधान – इस दिन चार काम किये जाते हैं- (१) अपराजिता देवी का पूजन (२) सीमा का लांघना (३) शमी (खेजड़ी) का पूजन (४) देशान्तर जाने का प्रस्थान। पहले अपराजिता का पूजन किया जाता है। तीसरे प्रहर ईशान दिशा में गमन करके पवित्र स्थान पर......
अगस्त समीक्षा
( हेलो! मेरा राजस्थान) शंकरलाल बडोला अध्यक्ष, राजनगर जैन मित्र मंडल, मुंबई राजसमन्द निवासी-मुंबई प्रवासी भ्रमणध्वनि: ९३२४३७०२५३ मुंबई मेरी कर्मभूमि है, यहां लगभग ३० वर्षों से प्रवासी हूँ, राजस्थान का ‘राजसमन्द’ मेरी जन्मभूमि है जहां मेरा जन्म १९६९ में हुआ व इंटर तक की शिक्षा यहीं सम्पन्न हुई, तत्पश्चात वाणिज्य संकाय से स्नातक की शिक्षा सेठ मथुरादास बिनानी राजकीय परिवार में धर्मपत्नी ३ पुत्रीयां व १ पुत्र है जो अभी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यहॉ हमारा ज्वेलरी का व्यवसाय है, वर्तमान में राजनगर जैन मित्र मंडल में अध्यक्ष पद पर सेवारत हूँ इसके पूर्व संस्था में विभिन्न पदों पर कार्यरत......
दाधीच समाज मुम्बई द्वारा महर्षि
दाधीच समाज मुम्बई द्वारा महर्षि दधिची की ४९वीं जयन्ती बजाज हॉल एस. वी. रोड, मालाड वेस्ट, मुम्बई में रविवार, दिनांक १६ सितम्बर को बड़ी धूमधाम से मनायी गई, इस अवसर पर समाज के लोग परिवार सहित बड़ी संख्या में शामिल हुए, समाज अध्यक्ष डा.सी. एल. दाधीच ने सभी का तहेदिल से स्वागत किया तथा महर्षि दधिची के महान त्याग का अनुकरण करने की सलाह दी। इस अवसर पर भजन तथा राजस्थानी लोकगीतों की प्रस्तुति एस एन. गग्गड एवं पार्टी द्वारा की गयी तथा जाने माने हास्यसम्राट कांकरोली निवासी सुनील जी व्यास, जो कि विशिष्ट अतिथि बतौर पधारे थे ने माँ पर......
शरद गोपीदासजी
क्लिन फाउंडेशन, श्वेत-केतु, कलादालन फाउंडेशन, सोनी एंड सोनी फिल्म निर्माता व मैत्री परिवार के तरफ से सत्कार समारोह व ‘कारवा सुनहरे गीतों का’ कार्यक्रम कविवर सुरेश भट्ट सभागृह रेशमबाग में आयोजित किया गया, सत्कार मुर्ती संदीप जोशी महाराष्ट्र राज्य लघु उद्योग महामंडल के नवनियुक्त अध्यक्ष(राज्यमंत्री दर्जा), कुनाल गडेकर दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र भारत सरकार कार्यक्रम के समिति सदस्य व कई राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त व टाईम्स बीजनेस अचिवर्स अवार्ड समाजसेवी शरद बागडी थे। मुख्य अतिथी भाजपा शहर अध्यक्ष आमदार सुधाकर कोहळे, क्लिन फाउंडेशन के दीपक निलावार, श्वेत केतु के डॉ. प्रशांत काळे, मैत्री परिवार सचिव प्रमोद पेंडके व फिल्म ऐक्टर व डायरेक्टर......
दुर्गा पूजा
एकम से आसोज सुदी नवमी तक देवी की पूजा नौ दिन तक की जाती है, इसीलिये उसे ‘नवरात्र’ या ‘महापूजा’ कहा जाता है। इसमें पूजा करना मुख्य कार्य है जबकि उपवास, एकासना (एक वक्त भोजन) नव व्रत आदि तो पूजा के अंग मात्र हैं, इसमें अपने-अपने कुल के आधार पर ही नवरात्रि के नियमों की अनुपालना करनी चाहिये, किसी के घर में पूजा-पाठ नहीं हो सकती तो कहीं और पूजा-पाठ करना अनिवार्य होता है, कुछ लोग तो केवल व्रत ही करते हैं जबकि वे पूजा-पाठ और हवन नहीं करवाते, वे अपने-अपने कुल-धर्म के अनुसार इस व्रतोत्सव का अनुष्ठान कर सकते हैं।......