संगीत की दुनिया के संगीतकार एवं गायक

संगीत की दुनिया के बादशाह-ओम व्यास गीतकार, संगीतकार एवं गायक

हेल्पिंग हेंड्स संस्थान द्वारा महिला चिकित्सा हेतु विशेष कार्य करने के लिए लोढ़ा फाउंडेशन को एक्सिलेंस अवॉर्ड से नवाजा गया। एक शानदार समारोह में पूर्व सांसद प्रिया दत्त के हाथों लोढ़ा फाउंडेशन की चेयरपरसन श्रीमती मंजू लोढ़ा एवं खुशी लोढ़ा को यह अवॉर्ड प्रदान किया गया। लोढ़ा फाउंडेशन द्वारा विभिन्न इलाकों में शिविर आयोजित करके करीब ९०० से भी ज्यादा महिलाओं का मेमोग्राफी टेस्ट किया गया। लोढ़ा फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, संस्कृति एवं युवा पीढ़ी के लिए रोजगारपरक गतिविधियां संचालित करने में अग्रणी काम कर रहा है।

‘‘उं गणेश एवं गणेश धुन’’ सीडी, श्री व्यास ने ‘‘जय शिव शंकर एवं उंâ नम: शिवाय’’, श्री व्यंकटेश सुप्रभात, श्री व्यंकटेश चालीसा, भजन एवं आरती का प्रस्तुतिकरण किया है। उनकी अपनी खूबी और विशेष अंदाज से ही वे श्रोताओं को अधिक प्रभावित करते है। सरल सहज भाव से राजस्थानी रचनाओं का रसपान करा देने वाला यह मधुर गायक देश के प्रतिभा संपन्न कलाकार के रूप म

सुरीले स्वरों के साथ विश्व में चर्चित है। श्री व्यास ने रंग रंगीलो राजस्थान, श्री राधे गोविंदा, श्री रामदेव मंगलम एवं रंग रंगीलो बाबो सीडी में कई राजस्थानी गीत व भजन गाये हैं। श्री व्यास ने मुंबई में ‘‘राजस्थान कला मंदिर’’ की स्थापना करके कला प्रेमियों की बड़ी सेवा की है। ‘‘वंदे गोपालम्, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो एवं गोविंद तेरे चरणो में’’ की सीडी भक्तजनों की सेवा में उपलब्ध कराई है उपरोक्त सीडी/वीसीडी एवं डीवीडी में सुप्रसिद्ध भजन गायक अनूप जलोटा पाश्र्व गायक कविता कृष्णमूर्ति, साधना सरगम, अनुपमा प्रिता मजूमदार एवं पाश्र्व गायक कुमार सानू एवं सुरेश वाडकर ने अपने स्वरों के माध्यम से भजन के इस संग्रह को अमरत्व प्रदान कर दिया है। सुप्रसिद्ध गीतकार पंडित भरत व्यास के दिशा निर्देश में राजस्थानी गीतों के माध्यम से ओम व्यास ने अपनी स्वर साधना शुरू की थी। आज यह साधना परवान चढ़ चुकी है। ओम व्यास ने अपनी प्रतिभा से विदेशों में बसे भारतीयों को भी सम्मोहित किया है। अमेरिका, कनाडा, ग्रेट ब्रिटेन, जर्मनी, हांगकांग, सिंगापुर और नेपाल में उनके गीतों के सफल कार्यक्रम हो चुके हैं।

श्री ओम व्यास देश में भी कई संगीत समारोह में संगीत भूषण, संगीत रत्न, संगीत भूषण, संगीत शिरोमणी, भजन सम्राट व कई अवार्डो से सम्मानित हुए। श्री व्यास में गायन के साथ-साथ काव्यात्मक सृजन की भी अपूर्व क्षमता है। राजस्थानी कविताओं के साथ-साथ श्री व्यास ने हिंदी में भी बहुत अच्छे गीत दिये है। उनसे देश के सृजनात्मक संगीत और साहित्य, गीत गायन और काव्य सृजन दोनों ही क्षेत्रों में बड़ी आशा एवं उत्कंठा  है। आपके संगीत निर्देशन में सुप्रसिद्ध पाश्र्वगायिका आशा भोसले, उषा मंगेशकर, सुधा मल्होत्रा, प्रीती सागर, कविता कृष्णमूर्ति, अलका यागनिक, अनुराधा पौडवाल, साधना सरगम तथा सुप्रसिद्ध पाश्र्वगायक महेन्द्र कपूर, जगजीत सिंह, सुरेश वाडकर, उदित नारायण, मुन्ना अजीज, अनूप जलोटा, पंकज उधास, कुमार सानू, सोनू निगम तथा अभिजीत आदि ने कई गीत गाये है।

ओम व्यास ने अमेरिका में सिएटल की यात्रा पर गये और भारतीय भक्ति संगीत का जादू बिखेरा। अमेरिका में ब्रह्मकुमारी विश्वविद्यालय रेडमंड की ओर से आयोजित महाशिवरात्रि समारोह में उन्होंने भगवान शिव की स्तुति में भजन गाये। ‘‘इंडो अमेरिकन फडशिप फोरम’’ ने अमेरिका में सिएडल में एक समारोह में उन्हें शांति-विश्वबंधुत्व और प्रेम का संदेश अपने भजनों द्वारा लोगों तक पहुंचाने के लिए ‘‘म्युजिसियन डिवाइन’’ की उपाधि से सम्मानित किया। फोरम के अध्यक्ष जगदीश शर्मा ने उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया। अर्थशारत्र  से स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त करने के बावजुद संगीत में रूझान होने के कारण ओम जी ने संगीत को ही अपनी दुनिया बना ली। ओम व्यास की अब तक की कला यात्रा में उनकी माता श्रीमती राधा देवी

हरिशंकर खटोड़ व्यास का आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्रमुख रहा है। कवि-संगीत में जिस तरह विभिन्न चरणों का उद्बोधन होता है,
उसी प्रकार ओम व्यास की साधना का सोपान महामहोपाध्याय पंडित रामकर्णजी आसोपा को है जो स्वयं राजस्थान के सुप्रसिद्ध इतिहासकार माने जाते है। संक्षेप में ओम व्यास एक सर्वतोमुखी प्रतिभा संपन्न व्यक्ति विशेष है।

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