सेठ जामनदास नंदलाल ट्रस्ट
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ग्राम सिंघाना तहसील भुवाना जिला झुंझुनूं (राज) (Village Singhana Tehsil Bhuwana District Jhunjhunu (Raj))


सेठ जमनादास नंदलाल ट्रस्ट (पंजी.)
ग्राम सिंघाना तहसील भुवाना जिला झुंझुनूं (राज) (Seth Jamnadas Nandlal Trust (Regd.)
Village Singhana Tehsil Bhuwana District Jhunjhunu (Raj))
ग्राम सिंघाना शेखावटी क्षेत्र में आता है, यह कस्बा चारों तरफ से मनमोहक पहाड़ियों से घिरा हुआ है। दिल्ली एवं
जयपुर से रोड द्वारा लगभग १८० किलोमीटर, खेतड़ी से लगभग २० किलोमीटर, चिड़ावा से लगभग २१ किलोमीटर,
नारनौल से लगभग ३५ किलोमीटर की दूरी पर एवं तांबे की खान से केवल ५ किलोमीटर की दूरी पर आबाद है। गांव में
शीतला माता का एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है। गांव में बुढलो जोड़ों (तालाब), गंगा कुंड हरदास जी का मंदिर, पहाड़ी
पर मढी, दरगाह गुम्बज् पीर बाबा, तीज वाला जोड़ो(तलाब) एवं सिद्ध बाबाओं की तप स्थली भी हैं।
जात जडुलो के लिए यहीं से देया माया के मंदिर जाया जाता है (गूंगी माई की जात) ग्राम के एक ऊंची पहाड़ी पर बहुत
प्राचीन मढी है, जिसे हजारो लोग दर्शन हेतु आते रहते हैं। जमीन से पहाड़ी की ऊंचाई तक बहुत ही बढ़िया सीमेंटेड रोड
कुछ ग्राम वासियों एवं सरकारी सहयोग से बनवाया गया है। लोग मढी के दर्शन एवं पिकनिक का आनंद उठाते रहते हैं
गांव में एक बहुत ही चमत्कारी कुंआ बना हुआ था, इसे चांदन वाला कुआं के नाम से जाना जाता था, जल बहुत ही
मीठा पीने योग्य एवं स्वास्थ्यवर्धक था, लोग कुएं के पानी का लाभ उठाते रहते थे।
गांव में लखारों का काम भी मशहूर था। गांव में एक मशहूर गुम्बज भी मौजूद है। बनावट की कारीगरी अद्भुत है।
राजस्थान में ग्राम ‘सिंघाना’ ऐसे स्थान पर बसा हुआ था कि पब्लिक को ‘सिंघाना’ गांव से ही होकर जाना पड़ता था,
चाहे व्यापारी हो चाहे जात जडुला उतरवाने वाले हो। इसी को देखते हुए सिंघाना निवासी सेठ श्री नंद लाल जी ने
विचार-विमर्श कर एक धर्मशाला यात्रियों की सुविधा हेतु निर्माण करवाने का सन १९०५ ईसवी में संकल्प लिया। ग्राम
सिंघाना में २००० गज भूमि, उस समय के राजा रजवाड़े एवं पट्टेदारों से खरीदी गई।
लगभग १००० गज भूमि पर धर्मशाला का निर्माण करवाते हुए बाकी दूसरे १००० भूमि पर नोहरा निर्माण करवाते हुए
अलग से ५:२५ बीघा जमीन धर्मार्थ कार्यों हेतु खरीदा गया (इस समय सवा ५ बीघा धर्मार्थ जमीन के कुछ भाग पर गांव
के प्रभावशाली व्यक्तियों ने अतिक्रमण कर उन पर पक्की दुकाने निर्माण कर व्यापार कर रहे हैं। १९२० से २०१० तक
धर्मशाला में मुसाफिरों के लिए ठहरने का प्रबंध था, परंतु गत २० से ४० वर्ष के बीच आवागमन एवं ठहरने की
सुविधाओं में प्रगति होने से धर्मशाला भवनों का महत्व खत्म जैसा हो गया है।
इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए धर्मशाला के ट्रस्टी सेठ जुगल किशोर सेठ, योगेंद्र कुमार सेठ, प्रेम कुमार सेठ
शैलेश कुमार सेठ एवं सेठ श्री कुमार अग्रवाल ने विचार किया कि धर्मशाला सेठ नंदलाल जी १४११४ वर्ग फिट लगभग
बनाई हुई है उसे समय अनुसार कोई अच्छे सुचारू रूप से जनहित में कार्य करने वाली संस्था को सौंप दी जाए, इसी
दौरान राजस्थान राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस भवन को उन्हें हॉस्पिटल चलाने के लिए मांग की, सभी ट्रस्टी
ने जनहित को दृष्टि में रखते हुए धर्मशाला भवन को राजकीय चिकित्सालय के लिए चिकित्सा अधिकारी प्रभारी सामू
स्वास्थ्य केंद्र सिंघाना के डाक्टर श्रीमती राम कला यादव को श्रीमान जिला चिकित्सा अधिकारी झुंझुनूं के हुकुम के
बाद देवस्थान विभाग जयपुर की स्वीकृत प्रदान करने के पश्चात ट्रस्ट द्वारा २० मार्च २०१६ को सौंप दिया गया।
सेठ जमनादास नंदलाल ट्रस्ट (पंजी.)
ग्राम सिंघाना तहसील भुवाना जिला झुंझुनूं (राज) (Seth Jamnadas Nandlal Trust (Regd.)
Village Singhana Tehsil Bhuwana District Jhunjhunu (Raj))