अग्रबंधु सेवा समिति

संस्थाओं की स्थानीय एकता से प्रांतीय एवं राष्ट्रीय एकता संभव

अग्रबंधू सेवा समिति मुम्बई के सौजन्य से अग्रवाल संस्थाओं – परिवारों का महासम्मेलन श्री नारायणीधाम, लोनावाला में सम्पन्न हुआ। संस्थाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण अग्रवाल, मंत्री उदेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष गोपालदास गोयल, ट्रस्टी व महोत्सव संयोजक अमरीशचंद अग्रवाल एवं मनमोहन गुप्ता, स्वागताध्यक्ष व ट्रस्टी किशनचंद गुप्ता, महिला अध्यक्षा श्रीमती शोभा बृजमोहन अग्रवाल के सानिध्य में अग्रवाल संस्थाओं के पदाधिकारी एवं सदस्य परिवारों के हजारों लोग जिसमें चर्चगेट से नवसारी, वी. टी. से अम्बरनाथ तथा हार्बर लाइन से नवी मुंबई तक के अग्रवाल समाज – परिवारों की उपस्थिति में महासम्मेलन का शुभारंभ हुआ। ट्रस्टी कानबिहारी अग्रवाल के संचालन में समाज में व्याप्त समस्याओं पर गहन चर्चा हुई, सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अब सभी संस्थाओं को एकजुट होना आवश्यक है, जिससे हर प्रकार की समस्या का हल निकलेगा। ट्रस्टी कानबिहारी अग्रवाल ने कहा कि मुम्बई में कार्यरत अग्रवाल संस्थाओं की एकता से प्रांतीय एवं राष्ट्रीय एकता संभव होगी, सभी ने सहमती से इसका समर्थन किया।
महोत्सव के विशेष सहयोगी महेश वंशीधर अग्रवाल (चेअरमैन, जी. टीवी. इंफ्रास्ट्रक्चर लि.), अनुप बी. अग्रवाल, दिनेश बी. अग्रवाल (समाजसेवी-उद्योगपति, सिल्की), डॉ. आलोक अग्रवाल एवं श्री सुधीर अग्रवाल आदि ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को गरिमामय बनाया, यह जानकारी प्रचार मीडिया प्रभारी अनिल आर. अग्रवाल (संयुक्त मंत्री) ने समस्त राजस्थान की एकमात्र पत्रिका ‘मेरा राजस्थान’ को दी है।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में माँ भगवती की असीम करूणा स्वरूप ११ वें वार्षिक महोत्सव के रूप में माँ भगवती की भव्य चौकी व छप्पन भोग महोत्सव का भव्य आयोजन का शुभारंभ सुप्रसिद्ध समाजसेवी व उद्योगपति घनश्याम पहलाजानी ने अपनी धर्मपत्नी के साथ ज्योत प्रज्जवलन कर किया, इस अवसर पर मां का फूलों द्वारा
अलौकिक श्रृंगार, विभिन्न झांकियाँ, अखंड ज्योति व विशाल छप्पनभोग के दर्शनों का लाभ हजारों मां भक्तों को प्राप्त हुआ। भगवती माता के अमृतमय भजनों – भेटों की मनोहारी प्रस्तुति-प्रख्यात भजन गायक श्री विकास दुआ, अंजली दुआ एवं उनकी टीम द्वारा की गई। मंच व्यवस्था भगवती आर. अग्रवाल ने की, उक्त अवसर पर बतौर सम्माननीय अतिथि लोनावाला से डॉ. सेजल परमार (नगरसेविका), महेश गोपालराव केदारी (अध्यक्ष : महाराष्ट्र वाहतूक सेना (महासंघ), पुणे, सुप्रसिद्ध मगनलाल चिक्कीवाला के मालिक अशोक अग्रवाल एवं दीपाली अग्रवाल, ज्ञानेश्वर शिवधरे (डिप्टी एस. पी., लोनावाला), पालघर के उगले साहब, सुनील अग्रवाल (मावावाले), सुनिल जैन (एम.डी. सुनिल गैस कम्पनी), विपीन अग्रवाल (खिचड़ी सम्राट), देवेन्द्र गुप्ता (थाना), विजय एस. अग्रवाल (मावावाले), ओमप्रकाश भजनलाल अग्रवाल, शीतल अग्रवाल, गोपालप्रसाद जिंदल, एड अशोक सरावगी, ब्रिजेश गुप्ता, विनय गोपीनाथ मिश्रा, श्यामलाल अग्रवाल (अग्रायण), बाबूलाल अग्रवाल (मलाड), श्रीमती कुसुमलता मदन मोहन अग्रवाल, विनय जोशी, दिनेश अग्रवाल (अध्यक्ष, अग्रोहा विकास ट्रस्ट, क्षे.सं.५), आदि की उपस्थिति थी, सहयोगी महानुभावों में सूरजभान अग्रवाल (चेंबूर), चन्द्रकिशोर पोद्दार, बिजय लोहिया, अशोक लोहिया, श्याम अग्रवाल (कलवा), बनवारीलाल अग्रवाल, नरेन्द्र कुमार गोयल (भायंदर), सुनील गुप्ता, अशोक बी. अग्रवाल, सुरेशचंद अग्रवाल (कांदीवली), सुनील पी. अग्रवाल, विजय बी. अग्रवाल, रविशंकर अग्रवाल (चांदीवाले), सुरेशचंद मित्तल, तथा श्रीमती मिनाक्षी पंकज गोयल, श्रीमती प्रेमलता दिनेश अग्रवाल, श्रीमती स्नेहलता मनमोहन गुप्ता, श्रीमती रेणु ओमप्रकाश अग्रवाल की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
उक्त भव्य-दिव्य महोत्सव को सफल बनाने में अध्यक्षा श्रीमती शोभा बृजमोहन अग्रवाल व पूरी टीम एवं संस्था के अन्य पदाधिकारी, सदस्य, सदस्याओं का स्मरणीय योगदान रहा, विदित हो कि अग्रबंधू सेवा समिति, मुम्बई द्वारा आयोजित वार्षिक महोत्सव इस वर्ष लोनावला में काफी प्रशंसनीय व प्रेरणाप्रद रहा, पहली बार मुम्बई के बाहर लोनावला में आयोजित भव्य चौकी व छप्पन भोग महोत्सव का माँ भगवती माता के हजारों भक्तजनों ने बहुआयामी आनंद उठाया।

अंत में ट्रस्टी व महोत्सव संयोजक मनमोहन गुप्ता ने सपत्नीक व अन्य परिवारजनों के साथ आरती सम्पन्न की तथा हजारों भक्तों ने महाप्रसाद का लाभ लिया, साथ ही प्रस्थान करते समय सभी भक्तों को छप्पन भोग प्रसाद का वितरण किया गया। सम्पूर्ण आयोजन की व्यवस्था में ट्रस्टी जगदीश खेमचंद गुप्ता, उपाध्यक्ष नरेश गुप्ता, अनिल पी. अग्रवाल, बृजमोहन अग्रवाल, अनूप बी. अग्रवाल, संयुक्त मंत्री-रामप्रकाश मित्तल तथा सदस्यों में सर्वश्री विनोद बी. अग्रवाल, प्रवीण अग्रवाल, राजेन्द्र आर. अग्रवाल, बृजकिशोर अग्रवाल, राजीव अग्रवाल, विनोद एस अग्रवाल, संदीप पी. अग्रवाल, राकेश एस. अग्रवाल (चांदीवाले), गोविंद एन. अग्रवाल, दिनेश प्रवेशकुमार अग्रवाल, मनीष गोयल, मनोज अग्रवाल, उत्तम गुप्ता, दिनेश गुप्ता, जयेश अग्रवाल, कुबेरचंद अग्रवाल (एलोरा गेस्ट हाउस), मदन अग्रवाल (उमरगाँव), संजीव अग्रवाल, मधुसूदन गर्ग, वासुदेव सेक्सरिया, जयेश रायचुरा, राजेन्द्र खेमचंद गुप्ता, बाँकेबिहारी
अग्रवाल (थाना), मुकेश नित्यानंद अग्रवाल (थाना), श्रीमती मीना गुप्ता, श्रीमती रानी सुदेश अग्रवाल, कैलाशचंद अग्रवाल (मुलुंड), अग्रवाल सेवा संस्था वसई से पधारे सर्वश्री महेश अग्रवाल, राजेश बालकिशन अग्रवाल, प्रवीण गुप्ता, प्रवीण पोद्दार, लक्ष्मीनारायण अग्रवाल, घनश्याम अग्रवाल इत्यादि सज्जनों ने भरपूर सहयोग दिया।
कार्यक्रम में राजकुमार शर्मा (लाडले इन्फो डॉट कॉम, ऑनलाइन मीडिया), भक्तिद्वार चैनल की टीम सहित कई मीडिया व पत्रकार सपरिवार उपस्थित हुए। संस्था के ट्रस्टी व कार्यक्रम संचालक कानबिहारी अग्रवाल ने सभी का स्वागत तथा जन-जन तक संस्था के समाचार व गतिविधियों को पहुँचाने के लिये आभार प्रकट किया। मुम्बई से पधार कर लोनावाला में आयोजित इस आयोजन को गरिमापूर्ण बनाने के लिये आये सभी अग्रवाल परिवारों को भी हार्दिक धन्यवाद दिया।

- कानबिहारी अग्रवाल (ट्रस्टी)

कट्टरपंथी सोच एक मानसिक विकृति है

हमारे समाज एवं देश जहां पर भी कट्टरपंथी सोच को बढ़ावा मिलता है, वह आखरी में अपने ही समाज एवं देश के लिए घातक सिद्ध होता है। कट्टरपंथी चाहे वह हिंदू कट्टरपंथी हो या मुस्लिम कट्टरपंथी, वे हमेशा से ही समाज के लिए घातक रहे हैं, उनकी संकुचित सोच एवं एक दिशा में सोचने की क्रिया उन्हें मानसिक रूप से अस्वस्थ करती है।
कट्टरपंथी चाहे किसी भी धर्म या समुदाय या जात के हों, उनके सोचने की शक्ति नष्ट हो चुकी होती है, वह सिर्फ एक लक्ष्य को लेकर चलता है एवं उसकी प्राप्ति के लिए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने को तैयार रहता है, आज विश्व में जहां आतंकवाद का जहर फैल रहा है, उस सोच के पीछे कट्टरपंथी विचारधारा का फैलना है, बढ़ना है। मनुष्य को जब कोई भी एक ही बात को बार-बार दोहराई जाती है एवं उसका ध्यान एक ही लक्ष्य की ओर केंद्रित कर दिया जाता है तो वह अपने लक्ष्य में इतना मग्न हो जाता है कि उसकी सोचने एवं समझने की शक्ति नष्ट हो जाती है, वह प्रश्न उठाना, तर्क करना बंद कर देता है, उसे अपने लक्ष्य की प्राप्ति में इतना मग्न कर दिया जाता है कि उसे अपने जीवन का लक्ष्य सिर्फ अपने विश्वास को क्रियान्वित करने में ही समझता है एवं इस तरह हम कट्टरवाद को बढ़ावा देते हैं एवं धीरे-धीरे हमारे समाज में मानसिक रूप से विकृत व्यक्तियों की पूरी फौज तैयार हो जाती है, जो समय आने पर किसी भी दूसरे समुदाय के व्यक्तियों को नष्ट करने में नहीं हिचकते, अतः आतंकवाद की पहली सीढ़ी, कट्टरवादी विचारधारा को नष्ट करने से ही हम आतंकवाद से छुटकारा पा सकेंगे, हमें कट्टरवादी सोच को पनपने से रोकना होगा।
हमारे समाज में नेतागण पहले अपने हित साधने के लिए व्यक्ति की कट्टरपंथी सोच को बढ़ाते हैं एवं फिर उसे अपने राजनीतिक फायदे के लिए उपयोग में लाते हैं, जब स्थिति कंट्रोल के बाहर हो जाती है तो फिर उसे कोसते हैं, हमारे देश में जितने भी दंगे और अशांति फैलाई गई है उसके पीछे कट्टरपंथी या तो हिंदू रहा हो या मुस्लिम रहा हो, इसमें किसी भी समुदाय के जात से कोई लेना देना नहीं है।
यह तो एक सोच है, जो मानव को अपना शिकार बना लेती है और फिर उसे गलत काम करने के लिए प्रेरित करती है। मित्रों!धर्म कोई भी खराब नहीं होता, किंतु उसके मानने एवं सीखने की जो प्रक्रिया है वह व्यक्ति को कट्टरपंथी बनाती है, अत: हम सब का दायित्व है कि कट्टरपंथी सोच को पनपने ना दें, जहां पर भी यह पौधा अंकुरित होता है, उसे वहीं नष्ट
कर देना चाहिए, चाहे वह शिक्षा के रूप में मदरसे में हो रहा हो या हिंदू पाठशाला में, कुछ लोग जो अपनी जिंदगी की पारी खेल चुके होते हैं, वे यदि अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाए तो उनकी ऐसी सोच बन जाती है कि शेष जीवन में कुछ ऐसा कर जाएं ताकि इतिहास में हमारा नाम अमर हो जाए, यह उनकी विशुद्ध गलतफहमी होती है एवं इस गलतफहमी की वजह से वे अपनी गलत सोच को, नई पीढ़ी पर देशभक्ति या धर्म भक्ति के आड़ में सिखाते हैं. उनका दिमाग दूषित कर देते हैं एवं जब व्यक्ति अपनी खुद की सोचने समझने की शक्ति खो देता है तो वह उसे एक ही धार्मिक लक्ष्य की ओर केंद्रित कर देता है, इस तरह भटका हुआ व्यक्ति, कट्टरपंथी सोच लिए जीता है, उसका एक ही लक्ष्य होता है जिसे वह बिना सोचे समझे पूरा करना चाहता है, इस तरह हिंदू हो या मुस्लिम, कट्टरपंथियों की जमात बन जाती है और फिर अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करने के लिए वे आतंकवाद का सहारा लेने में भी नहीं चूकते, कट्टरपंथी सोच ही आतंकवाद की पहली सीढ़ी है।
पिछले कई दिनों से हम देख रहे हैं कि गोवंश रक्षक के रूप में की जाने वाली मॉब कट्टरपंथी सोच का उदाहरण है, जरा से शक के आधार पर किसी भी व्यक्ति की सामूहिक रूप से मिलकर हत्या कर दी जाती है, यह धार्मिक उन्माद कट्टरपंथी विचारधारा का ही स्वरूप है, धर्म और जाति के नाम पर लोग सरकार के सामने हथियार, पत्थर लेकर खड़े हो जाते हैं, उन्हें हत्या करने में आनंद आता है, अपने लक्ष्यों की पूर्ति दिखाई देती है, अतः यह विचारधारा हमारे समाज के लिए देश के लिए घातक है, हम सब लोगों का यह मिलकर दायित्व बनता है कि इस कट्टरपंथी विचारधारा को पनपने से पहले ही हमें कुचलना होगा और यह समाज में नहीं बढ़ पाए इस पर ध्यान देना होगा।

- दीनदयाल मुरारका मुंबई

मुख्यमंत्री के सुरक्षा अधिकारी सैनी को राष्ट्रपति पदक

जयपुर: राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सुरक्षा दस्ते में पदस्थ राजस्थान पुलिस् सेवा के अधिकारी किशोरीलाल सैनी को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया। गणतंत्र दिवस पर जयपुर के सवाईमान सिंह स्टेडियम में विशिष्ट सेवाओं के लिए श्री सैनी को राज्यपाल ने सम्मान चिन्ह, मैडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। श्री किशोरीलाल सैनी एक व्यवहार कुशल पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं, अब तक का उनका सेवाकाल काफी बेहतरीन रहा है, श्री सैनी बीते दो दशक से मुख्यमंत्री की सेवा में तैनात हैं।

सौंदर्यीकरण के बाद सड़क का लोकार्पण

मुंबई बॉम्बे हॉस्पिटल रोड सौंदर्यीकरण के बाद लोगों के लिए खोज दिया गया, लोकार्पण समारोह में केबिनेट मंत्री राज के. पुरोहित, एमपी अरविंद सावंत, भाजपा नेता साइना एनसी, मुंबई के महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर आदि मौजूद रहे।

श्री सप्तेश्वर सालासर धाम में सुंदरकांड का आयोजन

मीरा भायंदर: भायंदर पूर्व के श्री सप्तेश्वर सालासर हनुमान मंदिर में २४ फरवरी को शाम ४.१५ बजे से शाम ६.१५ बजे तक सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया।
आयोजन में स्थानीय भजन गायक भजनों द्वारा प्रस्तुति हुयी। भजन गायक बजरंग पारीक, मुरारी वर्मा, सुधा शर्मा, प्रेम बियाला, सुभाष चूड़ीवाल सालासर सरकार के दरबार में भजन प्रस्तुत किया गया, इस अवसर पर मंदिर के प्रांगण में बड़ी संख्या में भक्तों की हाजिरी लगी, भजन संध्या के अवसर पर बांसुरी और ढप की ताल की व्यवस्था की गई थी।

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