परोपकार के पूरे हुए २० वर्ष

परोपकार के पूरे हुए २० वर्ष

२० वीं वर्षगांठ पर परोपकार का भव्य कार्यक्रम मुंबई की साहित्यिक, समाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था ने अपनी २० वीं वर्षगांठ को ‘एक शाम आपके नाम’ से मनाया। गौरवशाली वर्ष २०१८ का आगाज एक गौशाला तथा वृद्धाश्रम के पूरे साल नि:शुल्क जाँच व दवा वितरण द्वारा किया गया था। सालभर विविध आयोजनों के माध्यम से जनकल्याणकारी कार्यक्रम किए गए।शनिवार को क्रॉस मैदान में समापन समारोह के दौरान रोशनी से जगमगाता विशाल पंडाल और प्रवेश द्वार आने-जाने वालों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना था। भव्य समारोह में मुंबई के अलावां देश के प्रमुख शहरों से गणमान्य सम्मिलित हुए जिन्होंने दर्जेदार व्यवस्था को दिल से सराहा। संस्था ने अपने स्थापना वर्ष १९९८ से लेकर अब तक की उपलब्धियों को सुंदर ढंग से प्रक्षेपित किया। राष्ट्रीय आपदाओं में दिय गए योगदान, श्रेष्ठ कवि सम्मान, कर्मवीर सम्मान जैसे क्षणों का प्रदर्शन संस्थ की गौरवगाथा के प्रतीक बने।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि महामहिम गोवा राज्यपाल – श्रीमती मृदुला सिन्हा, सम्माननीय अतिथि राज के. पुरोहित उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि के आगमन पर राष्ट्रगान और दीप प्रज्वलन एवं शंखनाद से कार्यक्रम आरंभ हुआ। संस्था अध्यक्ष शंकर केजरीवाल ने संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। वृक्ष, नदी, सूर्य, पवन जैसे प्राकृतिक घटकों की देन से परोपकार के नि:स्वार्थ सेवा की तुलना करते हुए भविष्य में संस्था को अधिक जनव्यापी बनाने का विश्वास दिलाया। सभी सहायता प्रकल्पों के साथ नए प्रकल्प ‘रिश्ते’ को अच्छा प्रतिसाद मिलता हुआ बताया। संस्था की संस्थापक सदस्य एवं प्रेरणा स्वर्गीय जयवंती बेन मेहता की क्षति अपूरणीय बताया। स्वामी सत्यमित्रानन्दजी, स्वामी गुरुशरणानन्द जी महाराज, महमण्डलेश्वर अवधेशान्द गिरिजी, प.पू. रामभद्राचार्यजी, राष्ट्रीयसंत पूज्य मोरारी बापू, रमेश भाई ओझा आदि संत महात्मायओं को नमन किया। परिचय एवं स्वागत संस्था के पदाधिकारियों द्वारा किया गया। इसके पश्चात जयवंती बेन मेहता की स्मृति में उनके पुत्र सुनील मेहता को प्रेरणा सम्मान दिया गया। विशेष योगदान देनेवालों को कर्ण सम्मान तथा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। गीत-संगीत की मधुर ध्वनि का सभी आनंद उठा रहे थे। अतुल शाह ने परोपकार द्वारा वरिष्ठ नागरिक हेतु अध्यात्मिक तथा जनकल्याणकारी आयोजनों की सराहना किया। पूर्णिमा के चंद्रमा की शीतल छाया में कार्यक्रम की भव्यता द्विगुणित हो गई थी। राज के. पुरोहित ने शंकर केजरीवाल को जौहरी की संज्ञा देते हुए पदाधिकारियों को नौरत्नों की उपमा दी और परोपकार टीम की दिल से तारीफ किया।

मुख्य अतिथि श्रीमती मृदुला सिन्हा ने अपने आशीर्वचन में सम्मानित व्यक्तियों के लिए अभिनंदन व्यक्त किया। भारतीय संस्कृति में अपनी उत्पन्न का एक अंश अलग निकालने और दान करने की बात पर बल दिया। सुख एवं आनंद में अंतर बताते हुए भौतिक सुविधाओं को सुख तथा अंतर्मन की संतुष्टि को आनंद बताया। कर्म के प्रति निष्ठावान होने का संदेश दिया। साहित्यकार के हृदय की कोमलता तथा बधाई की अभिव्यक्ति गीत की पंक्तियों से किया। परोपकार की २० वर्षों की तरुणाई के बाद २५ वें वर्ष में गृहस्थाश्रम प्रवेश होगा जो अधिक जिम्मेदारियों को नभाने की चुनौती होगी। सारगर्भित संदेश के साथ सभी को उज्वल भविष्य की शुभकामना प्रकट किया। इस अवसर पर कैलाश अग्रवाल, गणेश गुप्ता, मधुसूदन माहेश्वरी, महेश बंशीधर अग्रवाल, IAS प्रिंसिपल सेक्रेटरी जे पी गुप्ता, एडि. होमसेक्रेटरी (स्पे.) अमिताभ गुप्ता, वरिष्ठ कमांडेट मुंबई एअरपोर्ट शिवकुमार मोहनका, अजय मंत्री, श्रीगोपाल खेतान, विजय लोहिया, कैलाश झुनझुनवाला, बालकृष्ण डोकानिया, हरिनंदन गुप्ता, आकाश पुरोहित इत्यादि गणमान्य भारी संख्या में उपस्थित थे। अंत में महामंत्री रामकिशोर दरक ने सभी का आभार माना।

सर्दियों में शक्कर की जगह करें गुड़ का सेवन

ठंड का मौसम शुरू होते ही लोग अपने खान-पान में बदलाव करने लगते हैं। ज्यादा कोशिश होती है कि ऐसी चीजों का सेवन किया जाए जो ठंड से तो बचा ही ले और सेहत के लिए भी कारगर हो, ऐसा ही एक अचूक नुस्खा है ‘गुड़’। सर्दियों के दिनों में शक्कर की जगह ‘गुड़’ का इस्तेमाल हमारे शरीर को बहुत तरीकों से फायदे पहुंचाता है, इसलिए चाहे बाकी मौसम में आप गुड़ खाना पसन्द न करें, लेकिन ठंड में गुड़ जरूर खाएं।
सर्दी-जुकाम में राहत देता है गुड़ : सर्दी के दिनों में या सर्दी होने पर गुड़ का प्रयोग आपके लिए बहुत लाभदायक होगा, इसकी तासीर गर्म होने के कारण यह सर्दी, जुकाम और खासतौर से कफ से आपको राहत देने में मदद करेगा।बॉडी पेन में आराम पहुंचाये गुड़ खाने से ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है, इससे मांसपेशियों की ऐठन में आराम मिलता है जिससे बॉ डी पेन कम होता है।
एसिडिटी के लिए रामबाण गुड़ : एसिडिटी से राहत दिलाने में गुड़ बहुत सहायक है, अगर आप गैस या एसिडिटी से परेशान हैं तो खाने के बाद थोड़ा गुड़ जरूर खाएं, ऐसा करने से ये दोनों समस्याएं नहीं होती हैं। जब कान में हो दर्द, आजमाएं गुड़ : गुड़ कान दर्द की समस्या को भी दूर करता है, ठंड में कई लोगों को कान के दर्द की समस्या होने लगती है, ऐसे में गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान का दर्द ठीक हो जाता है।
थकान को दूर करे गुड़ : गुड़ थकान भी दूर करता है, यह सेलिनियम के साथ एक ऐंटिऑक्सिटेंड के रूप में कार्य करता है। गुड़ में मध्यम मात्रा में कैल्शियम, फॉस्फोरस व जस्ता पाया जाता है, यही कारण है कि इसका रोजाना सेवन करने वालों की इम्युनिटी पावर बढ़ती है।
एनिमिया में फायदेमंद गुड़ : गुड़ में न्यूट्रीशियन्स भारी मात्रा में होते हैं, यह रेड ब्लड सैल्स को हैल्दी रखता है, शरीर में आयरन की कमी होने पर गुड़ आपकी काफी मदद कर सकता है। गुड़ आयरन का एक अच्छा और सुलभ स्त्रोत है, एनीमिया के रोगियों के लिए भी गुड़ बेहद फायदेमंद होता है।
स्किन रोग में लाभकारी है गुड़ : प्रतिदिन थोड़ा सा गुड़ खाने से मुहांसों की समस्या नहीं होती और त्वचा में चमक आती है, यह आपकी त्वचा की समस्याओं को आंतरिक रूप से ठीक करने में मदद करता है।
अस्थमा में भी फायदेमंद : अस्थमा के इलाज में गुड़ काफी लाभदायक होता है। गुड़ और काले तिल के लड्डू बनाकर खाने से सर्दी में अस्थमा की समस्या नहीं होती और शरीर में आवश्यक गर्मी बनी रहती है।
पीरियड्स में राहत दे गुड़ : महिलाओं के मासिकधर्म की समस्याओं में राहत देने के लिए भी गुड़ काफी फायदेमंद होता है, उन दिनों में गुड़ का सेवन करने से हर तरह की तकलीफ में राहत मिलती है।
वजन कम करने में सहायक गुड़ : वजन कम करने के लिए भी गुड़ का प्रयोग किया जा सकता है। गुड़ शरीर में जल के अवधरण को कम कर शरीर के वजन को नियंत्रित करता है और आपको चुस्त-दुरूस्त बनाता है।

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