महेश नवमी उत्सव

ुंबई: ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाने वाली ‘महेश नवमी’ उत्सव की शुरुआत शिवोपासना के साथ की गई। मुंबई में रहने वाले
माहेश्वरी समाज की विभिन्न संस्थाओं द्वारा ‘महेश नवमी’ के अवसर पर जगह
जगह दो दिवसीय आयोजन किए गए, पहले दिन शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना के
बाद बाबा भोलेनाथ का विभिन्न तरल पदार्थों से सामूहिक अभिषेक किया गया।
उपनगरों में कई जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, भगवान शिव
को समर्पित ‘महेश नवमी’ पर्व माहेश्वरी समाज के उत्पत्ति का पर्व होता है, इसमें
भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। मान्यताओं
के अनुसार, भगवान शिव को माहेश्वरी समुदाय का संस्थापक माना जाता है।
माहेश्वरी मंडल द्वारा की गई श्री शिव महापुराण कथा
माहेश्वरी मंडल भायंदर द्वारा ‘महेश नवमी’ के उपलक्ष्य पर, १५ जून को बालाजी
नगर भायंदर पश्चिम से कलश शोभायात्रा का आयोजन किया गया। जगह-जगह
पर समाज बंधुओं द्वारा शोभायात्रा का पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया गया।
शोभायात्रा में बच्चे, युवा, महिलाएं, पुरुष व वरिष्ठ नागरिकों सहित बड़ी संख्या
में लोगों ने भाग लिया। शोभायात्रा छत्रपति शिवाजी महाराज व महाराणा प्रताप
की वेशभूषा में २ युवक घोड़े पर सवार होकर यात्रा में शामिल हुए। बैंड बाजा
के साथ बाईक सवार, उसके पीछे शिव दरबार की झांकी में बाल कलाकार
शिवजी, पार्वतीजी, कार्तिकेयजी, गणेशजी की वेशभूषा में विराजमान थे, इसके
साथ ही रथ में श्रीराम दरबार की झांकी के साथ १५१ महिलाएं सिर पर
कलश लिए लाल साड़ी में चल रही थीं। श्रीधाम वृंदावन से पधारे कथावाचक
मृदुलकांत शास्त्री के साथ मुख्य यजमान नंदलाल मदनलाल भूतड़ा परिवार,
मंडल अध्यक्ष नटवर डागा, सीए नारायण तोषनीवाल, सुरेश दरक आदि चल
रहे थे। शोभायात्रा करीब १२ बजे श्री माहेश्वरी भवन पहुंची, जहां महेश वंदना के
साथ भगवान महेश की पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर धर्मचंद माहेश्वरी,
मंजू मालपानी, पुरुषोत्तम दरक, पवन बाहेती, सुधा कांकानी, पीयूष करवा,
पंकज मल्ल आदि मौजूद थे। ‘महेश नवमी’ के उपलक्ष्य में ९ दिवसीय शिव
महापुराण कथा का आयोजन किया गया, कथा प्रतिदिन दोपहर ३:३० बजे से
शाम ६:३० तक चली, रविवार १६ जून को सुबह मेगा रक्तदान शिविर का
आयोजन भी किया गया।
मेवाड़ माहेश्वरी मंडल ने की महेश पूजा
मेवाड़ माहेश्वरी मंडल द्वारा माहेश्वरी समाज उत्पत्ति दिवस ‘महेश नवमी’ उत्साह
व उल्लास के साथ मनाई गई। मंडल की विभिन्न शाखाओं द्वारा मीरा रोड,
बोरीवली, कांदिवली, भांडुप व दक्षिण मुंबई के भुलेश्वर आदि परिसर में ‘महेश
नवमी’ मनाई गई। स्थानीय शिवालयों में समाज के लोगों द्वारा भगवान महेश
के जयकारे के साथ पूजा-अर्चना की गई, इस मौके पर आयोजित भजन-कीर्तन
में माहेश्वरी समाज के लोग काफी संख्या में उपस्थित थे। राजस्थान के मेवाड़
क्षेत्र के प्रवासी मेवाड़ी राजस्थानी समाज ने १९९० में मेवाड़ माहेश्वरी मंडल
की स्थापना की थी।
मुंबई में रहने वाले मेवाड़ के लगभग एक हजार परिवार संगठन से जुड़े हुए
हैं, मंडल अध्यक्ष दिलीप माहेश्वरी के अनुसार शिव अभिषेक में अंतर्राष्ट्रीय
रामस्नेही संप्रदाय, बड़ौदा रामद्वारा के अधिष्ठाता स्वामी रामप्रसाद महाराज एवं
उनके कृपापात्र शिष्य संत ज्ञानी राम महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ, इस
अवसर पर गोपाल लखोटिया, मदन काबरा, शांतिलाल राठी, कमलेश बाहेती,
नरेंद्र लखोटिया, ओमप्रकाश सोनी, ओमप्रकाश मालीवाल आदि सपरिवार
उपस्थित थे।

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