मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के चौथे चरण का शुभारंभ
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दूसरे राज्य भी अपनाएं यह अभियान : मुख्यमंत्री ने कहा कि जल स्वावलम्बन अभियान को अन्य प्रदेशों में लागू करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सिफारिश की है। नीति आयोग की नेशनल वाटर इंडेक्स रिपोर्ट में भी इस अभियान का विशेष उल्लेख किया गया है, केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने इस अभियान के प्रजेंटेशन के लिए हमें आमंत्रण दिया है ताकि अन्य राज्य भी इसे अपना सकें।
४.६६ फीट बढ़ा भूजल स्तर : श्रीमती राजे ने कहा कि इस अभियान में शामिल गांवों में औसतन ४.६६ फीट भूजल स्तर बढ़ गया है, ६३ प्रतिशत हैंडपम्प में दोबारा पानी आ गया है, २० प्रतिशत ट्यूबवैल दोबारा एक्टिव हो गए हैं, साथ ही टैंकर आपूर्ति में करीब ५६ प्रतिशत की कमी आई है, उन्होंने कहा कि इस अभियान से जल क्रांति ही नहीं वन क्रांति को भी जोड़ा गया, प्रदेश भर में लगाए गए डेढ़ करोड़ पौधों से हरियाली फैल रही है।
चौथे चरण में चार हजार गांवों में चलेगा अभियान : मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के तीन चरणों में १२ हजार ५६ गांवों में ३ लाख ८० हजार से अधिक जल संरचनाओं का निर्माण हुआ है, जिनमें से अधिकतर जल से लबालब हैं, उन्होंने कहा कि चौथे चरण में करीब ४ हजार गांवों में जल संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा, उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले चरणों में हम सफलता के नए कीर्तिमान बनाएंगे। श्रीमती राजे ने इससे पहले मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के चौथे चरण के शुभारम्भ की तैयारियों का जायजा लेने नागौर जा रहे एक्सईएन श्री रामवीर शर्मा पंचायत समिति के सहायक अभियंता राजेन्द्र सिहाग एवं कार चालक तेजाराम के सड़क हादसे में निधन पर शोक व्यक्त किया, उन्होंने घटना में घायल सहायक अभियंता श्री रामरतन डिलवाल सथरेण निवासी शंकरलाल गोदारा एवं उनकी पत्नी के शीघ्र स्वस्थ होने की मंगल कामना भी की।
दक्षिण अफ्रीका ने एमजेएसए को अपने यहां शुरू कियाराजेंद्र राठौड़: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जल संसाधन की दृष्टि से अभिनव कार्य हुए हैं, उन्होंने कहा कि यह अभियान जल संकट के समाधान के लिए क्रांतिकारी अभियान है जिसे ब्रिक्स देशों ने भी सराहा है, दक्षिण अफ्रीका ने तो इस अभियान को अपने यहां भी शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पीएचईडी की मोबाइल जल परीक्षण प्रयोगशालाओं को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। समारोह को नदी बेसिन एवं जल संसाधन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्रीराम वैदिरे मुख्य सचिव डीबी गुप्ता एवं प्रमुख शासन सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज राजेश्वर सिंह ने भी संबोधित किया। शासन सचिव पंचायतीराज कुंजीलाल मीणा ने आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने स्वायत्त शासन विभाग एवं वन विभाग की ओर से तैयार जल स्वावलम्बन अभियान की सफलता को रेखांकित करती कॉफी टेबल बुक्स एक लघु फिल्म तथा जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की ओर से तैयार करवाए गए स्टेट वाटर ग्रिड पोर्टल का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री के साथ इस अवसर पर जल स्वावलम्बन अभियान से संबंधित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण विभिन्न संस्थाओं एवं संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।