श्री माहेश्वरी युवा मण्डल

श्री माहेश्वरी युवा मण्डल

चेन्नई: युवा शक्ति किसी भी समाज की रीढ़ होती है, उसी के समाज व देश को नए शिखर पर पहुँचने की ऊर्जा प्राप्त होती है। युवा समाज का वर्तमान है, तो भूतकाल और भविष्य का सेतु भी है। वे समाज के जीवन मूल्यों के प्रतीक हैं व गहन ऊर्जा और उच्च महात्वाकांक्षा से भरे रहते हैं।वर्ष १९८० में माहेश्वरी समाज के कुछ युवा मित्रों ने इसी बात का परिचय सेवा, सहयोग व समर्पण की भावना से दिया, जब उन्होंने इस संस्था का गठन किया था, तब से आज तक सेवा, सहयोग व समर्पण के मूल आधार पर युवा मंडल अपनी सेवाएँ समाज के हर वर्ग को देता आ रहा है व समाजोत्थान के कार्यों में अनवरत लगा हुआ है। श्री माहेश्वरी युवा मण्डल चैन्नई का मुख्य उद्देश्य माहेश्वरी समाज के युवा वर्ग को संगठित कर समाजोत्थान कार्यों हेतु प्रेरित करना व माहेश्वरी समाज राष्ट्र का एक प्रगतिशील घटक बना रहे, साथ ही समाज व राष्ट्र हित में निरंतर रचनात्मक मानव कल्याणकारी तथा समयानुसार प्रगतिशील कार्य योजनाओं द्वारा युवाओं में समाज व राष्ट्र पे्रम की भावना को दृढ़ता प्रदान करना। उपरोक्त उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु युवा मंडल द्वारा समय-समय पर विभिन्न कार्य योजनाओं को लागू किया गया है। फूड बैंक चेरिटेबल ट्रस्ट-महिला मंडल की सहभागिता से मुफ्त चश्मा विरतण, रक्तदान, छात्रवृत्ति, अनाथ आश्रमों में सेवा व सहयोग देना, स्वास्थ जाँच के शिविर, धार्मिक सद्भाव, यात्रा के माध्यम से प्रतिभा निखार कार्यक्रम व स्पर्धा, युवाओं को संगठित कर अन्य मनोरंजक कार्य, समाज के अन्य साथी संस्थाओं को युवा वर्ग में सर्वांगीण उत्थान हेतु गुरुकुल- एक नई पहल समाज के बाल व युवा वर्ग में सर्वांगीण उत्थान हेतु। अपने शुरुआती दौर में जयपुर में आई बाढ़ में युवा मंडल साथियों की टीम द्वारा राहत सामग्री का वितरण किया गया, तत्पश्चात् जैसलमेर में स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन किया गया। किसी भी समाज की एकता हेतु सदस्यों को एक-दूसरे की जानकारी होना आवश्यक है, युवा मंडल द्वारा पुष्पांजलि-१ व पुष्पांजलि-२ द्वारा पूरे चेन्नई माहेश्वरी समाज की जनगणना का कार्य किया गया, इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए हाल ही में त.के.पां. प्रादेशिक सभा व त.के.पां. प्रादेशिक युवा संगठन के साथ मिलकर ऑनलाइन निर्देशिका जो tkpmaheswar-isabha.com म्दस् की वेबसाइट पर उपलब्ध करने का कार्य किया गया, जिसमें समूचे तामिलनाडु, केरल व पांडिचेरी के माहेश्वरी परिवारों की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध है।

अपने रजत जयंती वर्ष में युवा मंडल द्वारा धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाने का बीड़ा उठाया गया, इन सफल यात्राओं की समाज के हर वर्ग द्वारा भूरि- भूरि प्रशंसा की गई। वर्ष १९९८ में समाज में छुपी हुई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने हेतु बुलंदी कला स्पर्धा प्रारम्भ की। कार्यक्रम बुलंदी रूपी पौधा आज विशाल वट वृक्ष का रूप ले चुका है, एक दिन का यह कार्यक्रम एक माह तक चलने वाला महोत्सव बन गया है। जिसके परि- णाम स्वरूप इंदौर व पूना में चेन्नई के प्रतियोगियों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में अखिल भारतवर्षीय स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त कर चेन्नई समाज का गौरव बढ़ाया है। श्री माहेश्वरी स्पोर्ट्स क्लब के स्वर्ण जयंती के अवसर पर अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी युवा संगठन के आह्वान पर त.के.पां. प्रादेशिक युवा संगठन के तत्वाधान में श्री माहेश्वरी स्पोर्ट्स क्लब के आतिथ्य में अखिल भारतीय खेल महोत्सव-२०१६ के विशाल आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कर अपनी कर्मठता व संगठन शक्ति का परिचय दिया है। अंबगम वृद्धाश्रम में मुख्य सहयोग देते हुए एक हॉल भेंट कर उसकी पट्टिका पर श्री माहेश्वरी समाज की गरिमा बढ़ायी। १६ अप्रैल २०१८ को श्री माहेश्वरी युवा मण्डल के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई है। गुरुकुल द्वारा एक नई सोच व एक नई प्रणाली संचालित करने का प्रयास युवा मण्डल द्वारा किया जा रहा है, इसके माध्यम से मंडल समाज के बाल व युवा पीढ़ी में सर्वांगीण विकास का प्रयास कर रहा है। बच्चों में शालीनता,  सभ्यता, आत्मविश्वास, अनुसाशन व सकारात्मक सोच का संचार ही गुरुकुल का मुख्य उद्देश्य है, इस दिशा में पहला कदम ‘‘फोकस प्लस’’ वर्ष १० से १५ वर्ष के बच्चों के लिए किया गया, भाग लेने वाले बच्चों में बढ़ता आत्सविश्वास व आपसी भाईचारा इस नए प्रयास की सफलता को झलकाता है 

आज का युग चुनौतियों का युग है, इसमें संगठन ही नहीं, बल्कि संस्कृति को जीवित रखने का दायित्व बुजुर्गों के साथ युवा वर्ग का भी बनता है, सभी अपने-अपने कत्र्तव्यों से परिचित रहें व पालन करें। युवा वर्ग अपने समाज में अनेक प्रकार से योगदान कर सकता है, उसे समाज का आदर करना चाहिए और अपने व्यवहार में उसे झलकाना भी चाहिए, अपने समाज में एकता की भावना से ओतप्रोत हो कार्यक्रमों में भाग लेना चाहिए। मंडल द्वारा आगे भी नवयुवाओं को जोड़ने के नए-नए कार्यक्रम किए जाएँगे। हर सामाजिक संगठन का भविष्य उसके युवा वर्ग पर निर्भर होता है, अत: युवा वर्ग को इस उत्तरदायित्व को वहन कर संगठन व समाज को विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए।

-हरिरतन राठी, अध्यक्ष
-विनोद द्वारकाणी,मंत्री

?>