अन्तर्विद्यालय भजन प्रतियोगिता
by admin · Published · Updated
मुंबई: मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा संचालित ‘सी’ वॉर्ड में स्थित ‘सीताराम पोद्दार माध्यमिक विद्यालय’ में ‘श्रीमती तारादेवी लालचंद डालमिया अन्तर्विद्यालय भजन प्रतियोगिता’ का आयोजन विद्यालय के सभागार में किया गया।
मारवाड़ी सम्मेलन व समारोह अध्यक्ष एडवोकेट सुशील व्यास, मारवाड़ी सम्मेलन के ट्रस्टी एवं विद्यालय समिति के सदस्य श्रीकांत डालमिया, मारवाड़ी सम्मेलन के सदस्य जगदीश बजाज, विद्यालय समिति के सदस्य शैलेश डालमिया, रामेश्वरदयाल जोशी की उपस्थिति में ‘श्रीमती तारोदेवी लालचंद डालमिया अन्तर्विद्यालय भजन प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया। दीप प्रज्ज्वलन श्रीमती शोभा तापड़िया ने किया।
प्रतियोगिता में १८ विद्यार्थी सहभागी हुए, चल शिल्ड चंदारामजी हाई स्कूल अंग्रेजी माध्यम को प्राप्त हुआ।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती अनिता चौधरी ने अतिथियों का परिचय दिया। मारवाड़ी सम्मेलन के ट्रस्टी श्रीकांत डालमिया ने अच्छे संस्कार के लिए भजन की महत्वता की जानकारी देते हुए भजन गायन के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
समारोह अध्यक्ष एडवोकेट सुशील व्यास ने विद्यार्थियों द्वारा गाये गये भजन की प्रशंसा करते हुए उनका पथ प्रदर्शन किया, इस अवसर पर श्रीमती शोभा तापड़िया, श्रीमती प्रेमादेवी तापड़िया, श्रीमती प्रिय लखानी ने निर्णायक पद को सुशोभित किया, इस प्रकार कार्यक्रम हर्षोल्लास पूर्वक सम्पन्न हुआ।
पालीवाल ४४ श्रेणी ब्राह्मण समाज का सम्मेलन सम्पन्न
मुम्बई: पालीवाल ४४ श्रेणी ब्राह्मण समाज सेवा समिति मुम्बई का पांचवां स्नेह सम्मेलन मीरा रोड में रखा गया था। मुख्य अतिथि विधायक नरेंद्र मेहता, सम्मानीय अतिथि सभापति दिनेश जैन, नगरसेविका दीप्ति शेखर भट्ट, जयपाल पालीवाल, दयाराम पालीवाल, श्यामलाल दवे, लक्ष्मीनारायण बागोरा, देवकिशन पुरोहित, अनिल दवे, भवानीशंकर दवे, मेवाड़ पालीवाल ४४ श्रेणी अध्यक्ष शंकरलाल पुरोहित, मेवाड़ पालीवाल समाज २४ श्रेणी मुम्बई अध्यक्ष बंशीलाल पालीवाल थे।
समाज के जमनलाल पालीवाल को लाइफ्टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया, विशेष गौरव सम्मान शंकरलाल जोशी, मोहनलाल बागोरा को प्रदान किया गया। समाज के लिए मंदिर की जरूरत की मांग पर विधायक मेहता ने जगह उपलब्ध कराने की बात की। समाज की वेबसाईट व टेलीफोन डायरेक्टरी व केलेन्डर का विमोचन अतिथियों के हाथों किया गया। जयपाल पालीवाल ने पाली में बन रहे समाज मंदिर की जानकारी दी। मेवाड़ पालीवाल ४४ श्रेणी महिला मंडल अध्यक्ष हीरा दवे, उपाध्यक्ष डिम्पल पुरोहित, कोषाध्यक्ष किरण जोशी मौजूद थी।
संयोजन कृपाशंकर दवे ने किया। खुशाल पालीवाल, नंदलाल दवे, विकास सियांल, कमलेश जोशी, दुर्गेश उपाध्याक्ष, प्रकाश पुरोहित, रमेश पालीवाल, भंवरलाल पुरोहित, प्रेम पालीवाल, तुलसीराम बागोरा, हरिशंकर बागोरा, मुरलीधर, लोकेश, खुशबू दवे, मुकेश पालीवाल, सत्यनारायण, नीलकंठ, हरिओम, भरत, रमेश, सुरेश, दिनेश, रेवाशंकर, ताराशंकर, ओमप्रकाश, बाबूलाल, पवन, अक्षय सक्रिय थे, मेवाड़ पालीवाल ४४ ब्राम्हण समाज मुम्बई अध्यक्ष चंद्रशेखर पालीवाल, उपाध्यक्ष पूर्णाशंकर जोशी, महामंत्री नंदकिशोर पुरोहित, कोषाध्यक्ष हीरालाल पालीवाल हैं, कार्यक्रम का संचालन देवेंद्र पोरवाल एवं जिज्ञासा जोशी ने किया।
श्रीमती शांतिदेवी टेकड़ीवाल की २६वीं पुण्यतिथी पर वैदिक श्रद्धांजली दैवी सम्पदा प्रपत्र का लोकापण
राष्ट्रीयता व आध्यात्मिकता का अलख जगानेवाली संस्था श्रीमती शांतिदेवी विश्वनाथ टेकड़ीवाल फाउण्डेशन व श्री विश्वशांति जन कल्याण ट्रस्ट की संस्थापक ब्रह्मलीन श्रीमती शांतिदेवी की २६वीं पुण्यतिथि पर वैदिक श्रद्धांजली अर्पित की गयी, इस पावन अवसर पर वैदिक विधि से हवन व वेदपाठ द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी और उनके मोक्ष की प्रार्थना की गयी, इस पुनित अवसर पर दैवी सम्पदा प्रपत्र का लोकापर्ण भी किया गया, प्रपत्र में दैवी सम्पदा का गुणगान करते हुए, इसे भोतिक सम्पत्ति से भी बड़ा बताया।
-डॉ. बी. एल. टेकड़ीवाल, न्यासी
मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा संचालित कॉलेज के छात्रों को उपाधियां वितरित
मुंबई: मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा संचालित श्रीमती बी.एम. रूइया गल्र्स कॉलेज एवं सीताराम देवरा इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडी़ज में २ फरवरी २०१९ को दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया गया, इसमें स्नातक तृतीय वर्ष (कला, वाणिज्य, मास मीडिया तथा प्रबन्धन) एवं स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष (अर्थशास्त्र व वाणिज्य) के ६४ विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गईं।
कार्यक्रम में मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष एडवोकेट सुशील कुमार व्यास ने कार्यक्रम के अध्यक्ष पद को, डॉ. रोहिदास काले ने मुख्य अतिथि के पद को, डॉ. सुभाष वाघमारे ने विशिष्ट अतिथि के पद को सुशोभित किया, इस अवसर पर सीताराम देवरा इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के संयोजक विजय सिंघल ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम का प्रारंभ माननीय अतिथियों के कर-कमलों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया, तदनन्तर सरस्वती वंदना तथा विश्वविद्यालय गीत प्रस्तुत किया गया, महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. श्रीमती संतोष कौल काक ने इस अवसर पर महाविद्यालय की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए महाविद्यालय की उपलब्धियों का जिक्र किया और बताया कि हम परम्परात्मक तथा आधुनिक दोनों प्रकार के मूल्यों की शिक्षा देते हैं। डॉ. रोहिदास काले ने कहा कि यह वर्ष महिला सशक्तीकरण का वर्ष हैं और महिलायें प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति कर रही हैं। डॉ. सुभाष वाघमारे ने छात्राओं से कहा कि शिक्षा अत्यन्त शक्तिशाली माध्यम है और उन्हें हमेशा कुछ ना कुछ सीखते रहना चाहिये। एडवोकेट सुशील व्यास ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए प्रसन्नता प्रगट की कि इस वर्ष भी महाविद्यालय के
विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय की परीक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त किए हैं।
समारोह में कुल ६४ विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गई, कार्यक्रम का संचालन डॉ. नुरूजिया काजी तथा धन्यवाद ज्ञापन सुश्री स्वाति वैद्य ने किया।
सौ वर्ष से ज्यादा पुरातन मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा दुर्गादेवी सराफ सम्मान पुरस्कार वितरित
दुर्गादेवी सराफ सम्मान पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों के साथ बाए से सम्मेलन के अध्यक्ष अॅड. सुशील व्यास, मुख्य अतिथि अशोक सराफ, सम्मानित व्यक्ति डॉ. राजेश बिंयाला, कु मितुल प्रदीप, ट्रस्टी एवं संयोजक पुरस्कार समिति श्रीकांत डालमिया, विशेष अतिथि विश्वनाथ सचदेव एवं ट्रस्टी कैलाश केजरीवाल
मुंबई: मारवाड़ी सम्मेलन द्वारा संचालित व श्री महावीरप्रसाद घ. शराफ द्वारा अपनी माताजी दुर्गादेवी सराफ की स्मृति में ‘‘दुर्गादेवी सराफ सम्मान पुरस्कार’’ में आयोजित समारोह में कु. मितुल प्रदीप (कला के क्षेत्र) में एवं डॉ. राजेश बिंयाला को (चिकित्सा के क्षेत्र में) सम्मानित किया गया।
सम्मेलन के अध्यक्ष अॅड. सुशील व्यास ने सम्मेलन की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ‘मारवाड़ी सम्मेलन’ मुंबई शहर में सबसे पुरानी संस्था है, जो बालिकाओं की शिक्षा के लिए कार्यरत है। मुख्य अतिथि अशोक सराफ ने कहा कि हमारे पिता श्री महावीरप्रसाद सराफ ने सन १९९४ को दुर्गादेवी सराफ सम्मान पुरस्कार को संचालित करने के प्रस्ताव को स्वीकार किया, जिसके लिये मैं मारवाड़ी सम्मेलन का आभारी हूँ। विशेष अतिथी विश्वनाथ सचदेव ने सम्मेलन की गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ‘मारवाड़ी सम्मेलन’ ने समाज में अच्छे कार्य करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने का निर्णय सराहनिय है, साथ यह भी कहा कि पश्चिम उपनगर में एक भव्य पुस्तकालय का निर्माण होना चाहिए। ट्रस्टी एवं संयोजक पुरस्कार समिति श्रीकांत डालमिया ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती माहेश्वरी मुर्देश्वर और नाजनीन शेख ने किया।
- श्रीकांत डालमिया ट्रस्टी एवं संयोजक पुरस्कार समिति
महाराष्ट्र कांग्रेस महासचिव सुमन अग्रवाल ने किया पुरस्कारों का वितरण
ठाणे: माघी गणेशोत्सव पर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राजेश शम्र्रा, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य एवं प्रदेश महासचिव सुमन आर अग्रवाल, ठाणे कांग्रेस अध्यक्ष मनोज शिंदे सहित पार्टी संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने श्री अष्टविनायक मित्र मंडल व्दारा राधाकृष्ण मंदिर परिसर, गोकुलदासवाड़ी, खोपट और अथर्व सार्वजनिक माघी गणेशोत्सव मंडल व्दारा राम मारूति रोड, नौपाड़ा समेत ठाणे में अन्य कई जगहों पर विराजे माघी श्रीगणेश के दर्शन किए, इस अवसर पर अथर्व सार्वजनिक माघी गणेशोत्सव मंडल व्दारा कराई गई विविध स्पर्धाओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित करती हुईं सुमन अग्रवाल, साथ में मंडल के अध्यक्ष संतोष जोशी व अन्य।
सक्षम नेतृत्व कौशल पर कार्यशाला प्रारंभ
राजेन्द्र नगर स्थित सहकारिता प्रशिक्षण संस्थान में केरल प्रदेश के सहकारी बैंकों के निदेशकों के लिए आयोजित नेतृत्व कौशल कार्यशाला में भाग ले रहे प्रशिक्षुओं के साथ प्रबन्ध समिति सदस्य एवं महेश बैंक के चेयरमैन इमीरेट्स रमेश कुमार बंग व वी. एन. बाबू व अन्य
राष्ट्रीय सहकारिता प्रशिक्षण संस्थान नई दिल्ली की आंचलिक ईकाई राजेन्द्र नगर स्थित सहकारिता प्रशिक्षण संस्थान में केरल प्रदेश के विभिन्न जिलों की सहकारी बैंक एवं सहकारी सोसायटीज के चेयरमैन एवं निदेशकों के लिए नेतृत्व कौशल पर विशेष कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।
केरल से सहकारी बैंकों एवं सोसायटीज के ३० सदस्यीय प्रशिक्षु दल को सम्बोधित करते हुए सहकारिता प्रबन्धन संस्थान की प्रबन्ध समिति के सदस्य एवं महेश बैंक के चेयरमैन इमीरेट्स रमेश कुमार बंग ने कहा कि साथियों एवं सहयोगी सदस्यों से व्यक्तिगत संपर्क एवं उनको प्रोत्साहित कर संस्थागत विकास की गति तेज हो सकती है। साथी कार्यकर्ता में आत्मविश्वास पैदा कर उनकी कार्यदक्षता बढ़ाने में नेतृत्व कोशल की सबसे अहम भूमिका रहती है, केरल से आये ३० सदस्यीय दल के समन्वयकर्ता वी.एन. बाबू ने भी कार्यशाला की उपयोगिता पर अपने विचार व्यक्त किए।
यूथ मूवमेंट ने राजस्थान के स्थापित उद्योगों में प्रदेश के ८५ प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का कानून बनाने की मांग की
चित्तौड़गढ़- यूथ मूवमेंट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजस्थान के स्थापित उद्योगों में प्रदेश के ८५ प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का कानून बनाने की मांग की है।
यूथ मूवमेंट की प्रदेश संयोजक और कांग्रेस सेवादल की प्रदेश सचिव आशी सक्सेना ने बताया कि यूथ मूवमेंट के संस्थापक अध्यक्ष शाश्वत सक्सेना ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर राजस्थान के स्थापित उद्योगों में प्रदेश के ८५ प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का कानून बनाने की मांग की है।
संस्थापक अध्यक्ष शाश्वत सक्सेना ने पत्र में बताया कि राजस्थान में स्थापित उद्योगों में प्रदेश से बाहर के लोग कार्य कर रहे हैं और स्थानीय युवा राजस्थान से बाहर जाकर काम करने को मजबूर हो रहे हैं, जब की कारखाना लगने के कारण प्रदूषण और अन्य समस्याओं का सामना स्थानीय लोग ही करते हैं।
उन्होंने बताया कि गुजरात,केरल सहित अन्य राज्यों में प्रदेश के ८५ प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का कानून बना हुआ है और इन राज्यों में उद्योगों को प्रत्येक माह जिला प्रशासन को रिपोर्ट देनी होती है कि उन्होंने कितने और कहां के लोग भर्ती कर रखे हैं।
यूथ मूवमेंट ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि प्रदेश में स्थापित उद्योगों में राजस्थान के ८५ प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का कानून बनाया जाए और उद्योगों की निगरानी के लिए जिला निगरानी समिति का गठन किया जाए।
-शाश्वत सक्सेना संस्थापक अध्यक्ष ९५२१८६६१२५
स्किल डेवलपमेंट के नए प्रकल्प से युवाओं के लिए होगा रोजगार का प्रबंध
ठाणे: वर्षों पहले मुंबई आकर बसे माहेश्वरी समाज के लोगों की आपसी सामाजिक जरूरतों ने उन्हें एकमंच के नीचे आने को प्रेरित किया। समाज के लोग शुरू-शुरू में ठाणे, मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में आकर बसने लगे थे, इन्हें एक छत के नीचे लाने का काम शुरूआत में कठिन था, लोग एक-दूसरे से परिचित नहीं थे, लेकिन समाज के ही कुछ उत्साही लोगों ने यह बीड़ा उठाया और देखते ही देखते संगठन का बड़ा नेटवर्क तैयार हो गया, अब इस नेटवर्क के सहारे जहां सामाजिक गतिविधियां संचालित की जाती हैं, वहीं तीज- त्यौहारों समेत लोक-संस्कृति को भी ऊंचाई देने में लोग सक्रिय हैं। नई पीढ़ी को रोजगार मिले, इसके लिए समाज का अलग से प्रकल्प तैयार किया गया है, जो आगामी दिनों में युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
ठाणे माहेश्वरी मंडल की स्थापना १९८५ में हुई थी, इसमें ७५० परिवार और सदस्यों की संख्या करीब दो हजार है। समाज के लोगों के बीच आपसी मेल-जोल व संवाद बना रहे इसके लिए विभिन्न अवसरों पर समारोहों का आयोजन किया जाता है, इन आयोजनों के जरिए समाज के लोगों के बीच निकटता बरकरार रहने के साथ व्यापारिक और जीविकोपार्जन के अन्य माध्यमों में एक दूसरे के सहयोग की भावना भी विकसित होती है, मुख्य आयोजनों में ठाणे शहर के अलावा दूसरे जिलों, मुंबई के संगठन के लोगों को भी आमंत्रित किया जाता है, पूरे महाराष्ट्र में माहेश्वरी समाज के लोगों की आबादी है, इन सभी लोगों को विभिन्न संगठनों के जरिए एकसूत्र में पिरोया गया है, यह सभी समयन्तराल पर आपस में मिलते हैं, जिसमें सामाजिकता के अलावा कारोबारी जरूरतों पर एक दूसरे के काम आते हैं, इसके अलावा सुख-दु:ख में भी एक-दूसरे का साथ निभाने में कभी पीछे नहीं रहते।
सेवा प्रकल्पों से दूसरे समाजों से निकटता : माहेश्वरी समाज के लोगों की सभी समाज के लोगों से निकटता का मुख्य वजह सेवा प्रकल्प है, इसके जरिए समाज अपने अलावा भी दूसरे समाजों के काम आ रहा है। शिक्षा, चिकित्सा के अलावा जरूरमंदों को मदद करने में समाज आगे है। इसके लिए समय-समय पर विभिन्न शिविरों का आयोजन किया जाता है, समाज की ओर से गरीब कन्याओं का विवाह, स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के लिए आर्थिक सहायता, आदिवासी क्षेत्र में अन्न, कपड़े व विद्यार्थियों की पाठ्य सामग्री के जरिए सहायता कार्य, देश के किसी हिस्से में आई प्राकृतिक आपदाओं में मदद करने आदि में समाज के लोग सक्रिय हैं, यह सारे प्रकल्प सभी समाज के लोगों के लिए चलाए जाते हैं, यही वजह है कि समाज के प्रति अन्य समाज का नजरिया भी सकारात्मक है।
नए प्रकल्प से रोजगार की संभावना माहेश्वरी समाज की ओर से ठाणे शहर में माहेश्वरी भवन का निर्माण कार्य प्रस्तावित है, इसमें १२५ कमरे, १० हजार वर्ग फीट का हॉल, सात हजार वर्ग फीट का स्कूल का निर्माण होगा, स्कील डेवलपमेंट का प्रकल्प शीघ्र शुरू किया जाएगा, इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य माहेश्वरी समेत अन्य सभी समाजों के नौजवानों का स्कील डेवलप कर उन्हें रोजगार से जोड़ना है।
इन गतिविधियों से जुड़े सभी : समाज के विभिन्न उत्सवों में महेश नवमी का आयोजन सबसे महत्वपूर्ण है। जून के दौरान यह उत्सव बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, इसमें रैली, यात्रा के अलावा अन्य कई आयोजन होते हैं। इसके अलावा महिलाओं के लिए तीज सिंधारा कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, इसमें तमाम स्टॉल लगाए जाते हैं, ताकि महिलाएं अपनी पसंदीदा समानों की खरीदारी कर सके, विभिन्न त्योहारों को समाज एकजुट होकर मनाता है, इसमें होली, दीपावली पर स्नेह मिलन का आयोजन होता है। अन्नकूट भी समाज का महत्वपूर्ण उत्सव है, इस आयोजन में समाज की ओर से विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाती हैं बच्चे और महिलाओं के लिए भी विशेष आयोजन होते हैं।
समाज के पदाधिकारी : ठाणे माहेश्वरी मंडल के अध्यक्ष राजू तापड़िया
हैं, जबकि ठाणे जिला माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष सी.ए. लक्ष्मीकांत राठी हैं, समाज के संगठन को वर्तमान स्तर तक पहुंचाने के लिए प्रारंभ में अमरचंद बाहेती, स्वर्गीय ताराचंद गुजारी, गुलाबचंद काबरा और नारायण दास राठी ने अमूल्य योगदान किया, इनकी सक्रियता के बाद ही समाज का संगठन आज इतना व्यापक हो पाया है, इसके अलावा मंडल की कमेटी में रंजन झंवर, सुनील जाजम, परमेश्वर तापड़िया, ओमप्रकाश झवर, ओमप्रकाश सोमानी, रोनक तापड़िया, युवा समिति के सदस्य एवं विजय नोगज ट्रस्ट के अध्यक्ष एवम् ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष सत्यनारायण राठी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
-ठाणे माहेश्वरी समाज
अग्रोहा विकास ट्रस्ट का सम्मेलन
अग्रोहा विकास ट्रस्ट समिति क्रमांक ५ का सदस्य मिलन समारोह एवं सम्मेलन गेट बे ऑफ इंडिया की फ्लोटिंग बोट में सम्पन्न हुआ। इसमे समाज को संगठित करने पर विचार हुआ। म्यूजिकल ऑरकेस्ट्रा और प्रतियोगिताओ का आयोजन किया गया। केन्द्रीय मंत्री आनंद प्रकाश गुप्ता, क्षेत्रीय अध्यक्ष दिनेश अग्रवाल, महिला अध्यक्ष अंजलि प्रकाश गुप्ता, क्षेत्रीय मंत्री राधेश्याम गोयन्का, महिला मंत्री प्रेमलता अग्रवाल, स्थानीय अध्यक्ष रमन बी अग्रवाल, अलकेश अग्रवाल, महिला अध्यक्ष ज्योति गोयल, पुष्पा अग्रवाल, नीलिमा अग्रवाल, मौजूद रहे। दीपक जाजोदिया, अनिल धानुका, नीता गोयल, लता गोयल ने प्रतियोगिता में विजेता रहे।