जयसिंह श्याम गोशाला
अरावली शृ्रंखला अरावली शृ्रंखला की सुरम्य पहाड़ियों में बसा राजसमंद जिले का आमेट कस्बा मार्बल पत्थर व कपड़ा मण्डी के रूप में विख्यात है। वर्षों पूर्व अम्बाजी नामक पालीवाल ब्राह्मण ने आमेट नगर की नींव रखी। रघन आम्रकुंज की स्मृति में गांव का नाम आमेट पड़ा। क्षत्रिय काल उत्तराद्र्ध में यहां चुण्डावतों का शासन रहा। उनके वंशजों में जग्गा व पत्ता जैसे वीर हुए। उन्होंने मेवाड़ी इतिहास में शौर्य व गौरव के पन्ने जोड़े। राजा जयसिंह की अनूठी भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान चारभुजानाथ चमत्कारिक रूप में आमेट की धरा पर अवतरित हुए। जो आज जन-जन की श्रद्धा का केन्द्र बना...