Category: दिसंबर-२०१८

संगीत की दुनिया के बादशाह-ओम व्यास गीतकार, संगीतकार एवं गायक

संगीत की दुनिया के बादशाह-ओम व्यास गीतकार, संगीतकार एवं गायक

संगीत की दुनिया के बादशाह-ओम व्यास गीतकार, संगीतकार एवं गायक हेल्पिंग हेंड्स संस्थान द्वारा महिला चिकित्सा हेतु विशेष कार्य करने के लिए लोढ़ा फाउंडेशन को एक्सिलेंस अवॉर्ड से नवाजा गया। एक शानदार समारोह में पूर्व सांसद प्रिया दत्त के हाथों लोढ़ा फाउंडेशन की चेयरपरसन श्रीमती मंजू लोढ़ा एवं खुशी लोढ़ा को यह अवॉर्ड प्रदान किया गया। लोढ़ा फाउंडेशन द्वारा विभिन्न इलाकों में शिविर आयोजित करके करीब ९०० से भी ज्यादा महिलाओं का मेमोग्राफी टेस्ट किया गया। लोढ़ा फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, संस्कृति एवं युवा पीढ़ी के लिए रोजगारपरक गतिविधियां संचालित करने में अग्रणी काम कर रहा है। ‘‘उं गणेश एवं गणेश...

मानव जीवन का पहला  सुख निरोगी काया

मानव जीवन का पहला सुख निरोगी काया

मानव जीवन का पहला सुख निरोगी काया मनुष्य की दिनचर्या का प्रारम्भ निद्रा-त्याग से और समापन निद्रा आने के साथ होता है। स्वस्थ रहने की कामना रखने वालों को शरीर में कौन-से अंग और क्रियाएं कब विशेष सक्रीय होती हैं, इस बात का ध्यान रखना चाहिए। यदि हम प्रकृति के अनुरूप दिनचर्या को निर्धारित करें तो हम स्वस्थ रह सकते हैं। अधिकांश व्यक्तियों की दिनचर्या प्रकृति के अनुरूप नहीं होती, जिससे वे रोगी हो जाते हैं। स्वस्थ व्यक्ति से ही स्वस्थ समाज का निर्माण सम्भव है। हमें अपनी दिनचर्या इस प्रकार बनानी चाहिये कि शरीर के अंगों की क्षमताओं का अधिकतम...

मानव संपदा का अधिकतम उपयोग होना चाहिए

मानव संपदा का अधिकतम उपयोग होना चाहिए

मानव संपदा का अधिकतम उपयोग होना चाहिए पत्रकार कभी रिटायर नहीं होता, ऐसा कुछ दिन पहले कहीं पढ़ा था, पढ़कर बड़ा अच्छा लगा, मेरा तो यह मानना है कि कोई भी व्यक्ति, जब तक कार्य कर सकता है उसे रिटायर नहीं होना चाहिए, हमारी सामाजिक पद्धति कुछ इस प्रकार की है कि यदि आप ६० -६२ वर्ष के हो गए हैं तो जिस संस्था में आप कार्य कर रहे हैं, उससे आपकी अनिवार्य निवृत्ति कर दी जाती है, जो एक हद तक उचित नहीं है, यदि व्यक्ति में का र्यक्षमता है, वह सक्षम है तो उसे उस अवधि तक कार्य करने...

आमेट नगर की विरल विभूतियां

आमेट नगर की विरल विभूतियां

आमेट नगर की विरल विभूतियां आमेट नगर जो राजस्थान के राजनगर जिला, पूर्व में उदयपुर जिले का एक छोटा सा गांव था, आज वो एक प्रदेश ही नहीं वरन् देश का एक बड़ा मार्बल नगर के नाम से पहचाना जाता है। आमेट का विकास पिछले ५० सालों में तेजी से आगे बढ़ा है। आज आमेट में नागरिकों के लिए आवश्यक सुविधाओं जैसे शिक्षा, चिकित्सा, व्यापार, पुलिस, रेल, बैंक धार्मिक स्थल व कपड़े का बड़ा बाजार आदि-आदि सुविधाएं हैं, पिछले पचास सालों मे आमेट ने कई विरले व्यक्ति दिये हैं, आमेट का इतिहास लिखते समय उनका जिक्र करना जरूरी है। प्रस्तुत है  ...

डॉ. जीवराज सोनी: विज्ञान एवं अध्यात्म की योजक कड़ी

डॉ. जीवराज सोनी: विज्ञान एवं अध्यात्म की योजक कड़ी

समस्त राजस्थानी समाज की पत्रिका ‘मेरा राजस्थान’ के एक सम्पादकीय कड़ी का निधन बीकानेर: डॉ. जीवराज सोनी, वनस्पति विज्ञान के ऐसे शिक्षक, शोधकत्र्ता एवं विशेषज्ञ थे, जिन्हें वनस्पति विज्ञान में कठिन समझे जाने वाले विषय ‘‘पादप वर्गिकी’’ का व्यापक, सशक्त एवं वास्तविक ज्ञान था, राजस्थान में पाये जाने वाले किसी भी पादप की पहचान तर्वâ एवं कारण सहित करने की आपको महारथ हासिल थी सेवानिवृति के बाद आपकी अध्यात्म में ऐसी रूचि लगी कि कई शोध-पत्र प्रकाशित कर दिये, आप हमेशा अध्यात्म व प्रचलित संस्कृति एवं संस्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या करते रहते थे, अतः आपको विज्ञान एवं अध्यात्म की योजक कड़ी...

‘जांगिड़ सेवा’ संघ द्वारा दीपावली स्नेह सम्मेलन सम्पन्न

‘जांगिड़ सेवा’ संघ द्वारा दीपावली स्नेह सम्मेलन सम्पन्न

‘जांगिड़ सेवा’ संघ द्वारा दीपावली स्नेह सम्मेलन सम्पन्न मुंबई: डॉ. काशिनाथ घाणेकर नाट्यगृह, थाणा में जांगिड़ समाज द्वारा दीपावली स्नेह सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत गणेश वंदना से की गयी, समाज के बच्चों और महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक और सामाजिक नृत्य व नाटक रंगारंग प्रस्तुति की गई, कार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमती संगीता एवं श्री दयानंद द्वारा किया गया।समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों का सम्मान किया गया, वरिष्ठ सम्मानित दम्पत्ति का सम्मान श्रीमती व श्री प्रहलाद शर्मा को संस्था के वर्तमान अध्यक्ष हरिराम जांगिड द्वारा प्रदान किया गया, समारोह में पधारी राजनीति व समाजसेवा से जुड़ी महिला काँग्रेस की महामंत्री श्रीमती...

दिवाली स्नेह मिलन समारोह संपन्न

दिवाली स्नेह मिलन समारोह संपन्न

ठाणे अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन की ओर से आयोजित दिवाली स्नेह मिलन में ये शाम मस्तानी संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया, ठाणे समिति के चेयरमैन महेश बंशीधर अग्रवाल ने बताया कि दिवाली के निमित्त समाज को एक छत के नीचे आपस में मिलकर खुशियाँ बाँटने का कार्य किया गया है। ठाणे के डॉ.काशीनाथ घाणेकर हाल में आयोजित इस संगीतमय शाम में मुख्य अतिथि लायन हनुमान अग्रवाल, लक्ष्मीनारायण अग्रवाल, रमनलाल अग्रवाल, ओमप्रकाश भजनलाल अग्रवाल, रेखा गुप्ता, शिवकांत खेतान, अनूप गुप्ता, सुमन अग्रवाल, सुरेंद्र रुईया, ब्रिजबिहारी मित्तल, दर्शना अग्रवाल, बरखा अग्रवाल व पद्मा अग्रवाल आदि उपस्थित थे, कार्यक्रम को सफल बनाने में...

राजस्थानी फिल्म एसोसिएशन का प्रथम दीपावली स्नेह सम्मेलन

राजस्थानी फिल्म एसोसिएशन का प्रथम दीपावली स्नेह सम्मेलन

मुंबई के बोरीवली स्थित नंदनंदन मुंबई: मुंबई के बोरीवली स्थित नंदनंदन भवन में राजस्थानी फिल्म एसोसिएशन द्वारा प्रथम बार दीपावली स्नेह सम्मेलन का आयोजन किया गया,इस रंगारंग कार्यक्रम में राजस्थानी व हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार, निर्माता-निर्देशक, गायक आदि उपस्थित थे, एसोसिएशन के अध्यक्ष सुश्री नीलू वाघेला, कार्यकारी अध्यक्ष सुधाकर शर्मा, उपाध्यक्ष दीनदयाल मुरारक सचिव अरविंद कुमार, प्रवक्ता सन्नी मंडावरा कोषाध्यक्ष त्रिलोक सिरसरेवाला, संगठन मंत्री अशोक बाफना, मीडिया प्रभारी वैâलाश चौधरी के साथ रवि जैन, ज्योति नारायण पटेल रेणु जैन, गौरी वानखेडे, राजेश मड़लोई, सचिन चौवे, उषा जैन नेहाश्री, श्रवण जैन, माहि शंकर अग्रवाल, नरेश पुरोहित, निर्षेध सोनी कर्मवीर चौधरी, मनिष...

फ्रूट थैरेपी

फ्रूट थैरेपी

यदि हम स्वास्थ्य के प्रति पूर्ण जागरूक हैं तो निश्चित ही हमारा जीवन शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक अनुकूलित का समवेत व्यक्तित्व बन सकता है। प्राकृतिक चिकित्सा में आहार को ही प्रमुख औषधि माना गया है। सात्विक आहार की नियमितता हमें पूर्ण स्वस्थ बना सकती है। अन्कुरित अनाज, ऋतु अनुकूलित हरी सब्जी, फल आदि का सेवन निश्चित ही स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाए रखता है। सन्तुलित भोजन, विश्राम, व्यायाम, योगाभ्यास आदि का दूसरा नाम ही प्राकृतिक चिकित्सा है। वैज्ञानिक अनुसन्धान से ज्ञात हुआ है कि शाकाहारी भोजन के साथ फलों का आहार शरीर को चिरयौवन प्रदान करता है। मांसाहारी और तेज मिर्च मसाले...

स्वाभिभक्त ‘‘पन्ना धरा’’

स्वाभिभक्त ‘‘पन्ना धरा’’

‘‘पन्ना धरा’’ पन्ना धाय आमेट ठिकाने के कमेरी गांव की गुजर्र जाति की महिला थी। रानी कर्मवती ने जौहर से पूर्व कूँवर उदय को पन्ना को सौंपा था। एक दिन मौका पाकर दृष्ट बनवीर ने महाराणा विक्रमादित्य की हत्या कर, सांगा के वंश को निर्मूल करने के उद्देश से उदय की हत्या हेतू नंगी तलवार लेकर पन्ना धाय के पास पहुँचा।परिस्थिति की गंभीरता देख पन्ना धाय ने उदय की हम अपने पुत्र चन्दन को उदय के कपड़े पहनाकर कटवा दिया। मेवाड़ के राजवंश को सुरक्षित रखने के लिए पन्ना ने अपने पुत्र की बलि दे दी। उदयसिंह को पत्तों की टोकरी...