सोने की दुकान देखनी है तो चले आओ ‘महनसर

सोने की दुकान देखनी है तो चले आओ ‘महनसर’ (If you want to see a gold shop then come ‘Mahansar’ in Hindi)
सोने की दुकान देखनी है तो चले आओ ‘महनसर’ (If you want to see a gold shop then come ‘Mahansar’ in Hindi) : शेखावाटी में यूं तो रेत के धोरों के बीच बनी दिल जैसे जाली, झरोखे वाली हवेलियां बरबस ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं, लेकिन झुंझुनूं जिले के ‘महनसर’ गांव में बनी सोने की दुकान अपने आप में खास है।
‘महनसर’ में आने वाला हर व्यक्ति पोद्दार परिवार की ओर से निर्मित सोने की दुकान देखना नहीं भूलता। किसी समय इस दुकान में सोने व जेवरात का काम प्रमुखता से होता था। कई जिलों के लोग यहां सोना के आभूषण खरीदने आते थे। दुकान के चारों तरफ सोने की परत है, इसलिए इसे सोने की दुकान कहते हैं, अभी यहां सोने का कारोबार नहीं होता, लेकिन पर्यटकों की यह पहली पसंद बनी हुई है। दुकान के निर्माण की सही तारीख तो नहीं मालूम लेकिन दावा किया जाता है कि इसका निर्माण वर्ष १८३० में किया गया होगा।
महनसर सोने से उकेरी आकर्षक चित्रकारी: बिसाऊ के निकट है महनसर। यहां घूमने या किसी काम से जाना पड़े तो गढ़ देखना नही भूलें। सोने की दुकान तो विख्यात है ही, जिसमें स्वर्ण स्याही की चित्रकारी देखने लायक है। ऐसा शेखावटी में और कहीं नहीं। स्वर्ण स्याही से की गई चित्रकारी के कारण उसका नाम भी सोने की दुकान पड़ा है।
तीन भागों में है दुकान: यह दुकान तीन भागों में बनी हुई है। इसमें भित्ति चित्र है। दक्षिण में पूरी रामायण के स्वर्ण भित्ति चित्र है, दूसरे भाग में २४ अवतारों के भित्ति चित्र है। तीसरे भाग में कृष्ण लीला है।
गांव में यह भी खास: गांव के बीच स्थित बड़ा मंदिर, पोद्दारों की छतरी, तोलारामजी का कमरा, नोपानी की हवेली एवं प्राचीन गढ़ यहां आने वाले हर व्यक्ति को आकर्षित करता है। कहा जाता है कि सन् १७५५-५६ में नवलसिंह ने गढ़ के निर्माण के लिए परकोटे व दरवाजे का निर्माण करवाया था।
सन् १७६८ में नाहर सिंह ने रिहायस के लिए कमरों आदि का निर्माण करवा कर गढ़ का विस्तार किया था। नाहर सिंह की सातवीं पीढ़ी के महेश्वर सिंह वर्तमान में गढ़ के एक हिस्से में होटल का संचालन कर रहे है।
फिल्मों की हुई है शूिंटग: महनसर व सोने की दुकान में हिंदी व पंजाबी फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। जिले में आने वाला हर तीसरा विदेशी पर्यटक ‘महनसर’ में जरूर आता है। गांव की खूबियों को लेकर डॉक्यूमेन्ट्री भी बन चुकी है।
पौराणिक कथानकों का चित्रांकन: सोने की दुकान में संपूर्ण कृष्णावतार व रामावतार के पात्रों का चित्रण है। देश के सभी तीर्थ स्थलों का चित्रण आकर्षण का केंद्र है। तोलारामजी का कमरा, पोद्दारों की छतरी, रघुनाथ जी का बड़ा मंदिर भी देखने लायक है।
सोने की दुकान देखनी है तो चले आओ ‘महनसर’ (If you want to see a gold shop then come ‘Mahansar’ in Hindi)
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