मानव जीवन का पहला सुख निरोगी काया
मानव जीवन का पहला सुख निरोगी काया मनुष्य की दिनचर्या का प्रारम्भ निद्रा-त्याग से और समापन निद्रा आने के साथ होता है। स्वस्थ रहने की कामना रखने वालों को शरीर में कौन-से अंग और क्रियाएं कब विशेष सक्रीय होती हैं, इस बात का ध्यान रखना चाहिए। यदि हम प्रकृति के अनुरूप दिनचर्या को निर्धारित करें तो हम स्वस्थ रह सकते हैं। अधिकांश व्यक्तियों की दिनचर्या प्रकृति के अनुरूप नहीं होती, जिससे वे रोगी हो जाते हैं। स्वस्थ व्यक्ति से ही स्वस्थ समाज का निर्माण सम्भव है। हमें अपनी दिनचर्या इस प्रकार बनानी चाहिये कि शरीर के अंगों की क्षमताओं का अधिकतम...