Author: admin

अमेरिका में भारत गौरव सम्मान से अलंकृत

अमेरिका में भारत गौरव सम्मान से अलंकृत

दिनांक ३०-६-२०१३ को रायपुर (छत्तीसगढ़) में हुए महासभा के २७वें सत्र के चुनाव में श्री जोधराजजी लड्ढा सभापति पद पर निर्वाचित हुए। इनके कार्यकाल में महासभा द्वारा कई समाजसेवा मूलक योजनाएं बनाई गई एवं उन्हें मूर्तरूप प्रदान किया गया, जिनमें माहेश्वरी मातोश्री सेवा प्रकोष्ठ योजना एवं माहेश्वरी सर्वांगीण विकास योजना प्रमुख है। दिनांक २६-२७ अक्टूबर २०१३ को सूरत गुजरात में महासभा की प्रथम कार्यसमिति बैठक में माहेश्वरी मातोश्री सेवा प्रकोष्ठ एवं माहेश्वरी सर्वांगीण विकास योजना का गठन हुआ। माहेश्वरी मातोश्री सेवा प्रकोष्ठ के तहत वर्तमान में ७७८ निराश्रित एवं जरूरतमंद बहनों को मासिक १००० रूपए सहायता दी गई एवं माहेश्वरी सर्वांगीण...

दीपोत्सव

दीपोत्सव

पर्व, उत्सव, त्यौहार आदि मनुष्य के जीवन में मनोरंजन, उल्लास व आमोद-प्रमोद के लिये बहुत अनिवार्य है, इस उद्देश्य से हमारी भारतीय संस्कृति में समय-समय पर पर्व, उत्सव व त्यौहार मनाने की परम्परा है, प्रत्येक त्यौहार के पीछे धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, राष्ट्रिय व वैज्ञानिक कारण भी है। आई जगमग दिव्य दीपावली मंगलमय दीप जलाये जा हो घट-घट अन्तर उजियारा निज आनन्द रस छलकाये जा जो धर्म का, अपने कर्तव्य का पालन धैर्य से करते हैं, कभी विचलित नहीं होते, उनके यहाँ ही लक्ष्मी निवास करती है। आनन्द, उल्लास, प्रसन्नता, प्रेम बढ़ाने वाला पर्व है दिवाली। भारतीय संस्कृति के इस प्रकाशमय पर्व...

मुंबई

मुंबई

अग्रबंधु सेवा समिति मुंबई द्वारा महाराज अग्रसेन जी की ५१४३ जयंती के शुभ अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ भव्य शोभायात्रा का भी आयोजन रविवार दिनांक १४ अक्टूबर २०१८ किया जा रहा है। दोपहर ३ बजे विभिन्न आकर्षक झांकियों, १८ घोड़ों पर राजकुमारों, बैंड-बाजों आदि से सुसज्जित शोभायात्रा, मालाड सोसायटी प्रांगण, पोद्दार पार्व मालाड (पूर्व) से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए सायं ५.३० बजे कार्यक्रम स्थल सकल नारायण शर्मा सभागृह दत्त मंदिर रोड मिलीटरी के पास मालाड पूर्व पहुँचेगी, तत्पश्चात सायं ६.३० बजे से महाराजा अग्रसेन के जीवन पर आधारित भव्य मंचन का प्रारंभ होगा जो प्रदिप गुप्ता...

अग्रवाल विकास ट्रस्ट,

अग्रवाल विकास ट्रस्ट,

सूरत स्थित अग्रवाल विकास ट्रस्ट द्वारा महाराज अग्रसेनजी की ५१४२ वीं जयंती पर १० अक्टूबर २०१८ को बड़े धूमधाम एवं उल्लासपूर्ण वातावरण व भव्य रूप में आयोजन किया जा रहा है। जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में संस्कृति व खेल के प्रति जागरूकता को सुनिश्चित करने की दिशा में उत्तरोतर अग्रसर होते हुए इस वर्ष भी अनेकों प्रकार के सांस्कृतिक, सामाजिक एवं मनोरंजन प्रतियोगिताएं गरबा, नाटक, पैशन शो, चित्रकला स्पर्धा, वाद-विवाद स्पर्धा आदि का आयोजन किया जा रहा है, साथ ही ट्रस्ट द्वारा इस बार पर्यावरण की सुरक्षा हेतु Recyle-Reuse का बढ़ावा देगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाली प्रतियोगिताओ का शुभारंभ...

शत्रुओं का विनाश करने वाला पर्व विजयादशमी

शत्रुओं का विनाश करने वाला पर्व विजयादशमी

यदि अपराह्न में श्रवण नक्षत्र हो तो वह और भी उत्तम माना जाता है, दोनों ही दिन यदि श्रवण नक्षत्र आ जाये तो वह और अधिक श्रेष्ठ होता है। श्रवण नक्षत्र में दशमी का योग ‘विजय-योग’ कहलाता है इसलिए इस दशमी को विजयादशमी भी कहते हैं, इस दिन अपराजिता देवी की भी पूजा की जाती है। विधि-विधान – इस दिन चार काम किये जाते हैं- (१) अपराजिता देवी का पूजन (२) सीमा का लांघना (३) शमी (खेजड़ी) का पूजन (४) देशान्तर जाने का प्रस्थान। पहले अपराजिता का पूजन किया जाता है। तीसरे प्रहर ईशान दिशा में गमन करके पवित्र स्थान पर...

अगस्त समीक्षा

अगस्त समीक्षा

( हेलो! मेरा राजस्थान) शंकरलाल बडोला अध्यक्ष, राजनगर जैन मित्र मंडल, मुंबई राजसमन्द निवासी-मुंबई प्रवासी भ्रमणध्वनि: ९३२४३७०२५३ मुंबई मेरी कर्मभूमि है, यहां लगभग ३० वर्षों से प्रवासी हूँ, राजस्थान का ‘राजसमन्द’ मेरी जन्मभूमि है जहां मेरा जन्म १९६९ में हुआ व इंटर तक की शिक्षा यहीं सम्पन्न हुई, तत्पश्चात वाणिज्य संकाय से स्नातक की शिक्षा सेठ मथुरादास बिनानी राजकीय परिवार में धर्मपत्नी ३ पुत्रीयां व १ पुत्र है जो अभी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यहॉ हमारा ज्वेलरी का व्यवसाय है, वर्तमान में राजनगर जैन मित्र मंडल में अध्यक्ष पद पर सेवारत हूँ इसके पूर्व संस्था में विभिन्न पदों पर कार्यरत...

दाधीच समाज मुम्बई द्वारा महर्षि

दाधीच समाज मुम्बई द्वारा महर्षि

दाधीच समाज मुम्बई द्वारा महर्षि दधिची की ४९वीं जयन्ती बजाज हॉल एस. वी. रोड, मालाड वेस्ट, मुम्बई में रविवार, दिनांक १६ सितम्बर को बड़ी धूमधाम से मनायी गई, इस अवसर पर समाज के लोग परिवार सहित बड़ी संख्या में शामिल हुए, समाज अध्यक्ष डा.सी. एल. दाधीच ने सभी का तहेदिल से स्वागत किया तथा महर्षि दधिची के महान त्याग का अनुकरण करने की सलाह दी। इस अवसर पर भजन तथा राजस्थानी लोकगीतों की प्रस्तुति एस एन. गग्गड एवं पार्टी द्वारा की गयी तथा जाने माने हास्यसम्राट कांकरोली निवासी सुनील जी व्यास, जो कि विशिष्ट अतिथि बतौर पधारे थे ने माँ पर...

शरद गोपीदासजी

शरद गोपीदासजी

क्लिन फाउंडेशन, श्वेत-केतु, कलादालन फाउंडेशन, सोनी एंड सोनी फिल्म निर्माता व मैत्री परिवार के तरफ से सत्कार समारोह व ‘कारवा सुनहरे गीतों का’ कार्यक्रम कविवर सुरेश भट्ट सभागृह रेशमबाग में आयोजित किया गया, सत्कार मुर्ती संदीप जोशी महाराष्ट्र राज्य लघु उद्योग महामंडल के नवनियुक्त अध्यक्ष(राज्यमंत्री दर्जा), कुनाल गडेकर दक्षिण मध्य सांस्कृतिक केंद्र भारत सरकार कार्यक्रम के समिति सदस्य व कई राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त व टाईम्स बीजनेस अचिवर्स अवार्ड समाजसेवी शरद बागडी थे। मुख्य अतिथी भाजपा शहर अध्यक्ष आमदार सुधाकर कोहळे, क्लिन फाउंडेशन के दीपक निलावार, श्वेत केतु के डॉ. प्रशांत काळे, मैत्री परिवार सचिव प्रमोद पेंडके व फिल्म ऐक्टर व डायरेक्टर...

दुर्गा पूजा

दुर्गा पूजा

एकम से आसोज सुदी नवमी तक देवी की पूजा नौ दिन तक की जाती है, इसीलिये उसे ‘नवरात्र’ या ‘महापूजा’ कहा जाता है। इसमें पूजा करना मुख्य कार्य है जबकि उपवास, एकासना (एक वक्त भोजन) नव व्रत आदि तो पूजा के अंग मात्र हैं, इसमें अपने-अपने कुल के आधार पर ही नवरात्रि के नियमों की अनुपालना करनी चाहिये, किसी के घर में पूजा-पाठ नहीं हो सकती तो कहीं और पूजा-पाठ करना अनिवार्य होता है, कुछ लोग तो केवल व्रत ही करते हैं जबकि वे पूजा-पाठ और हवन नहीं करवाते, वे अपने-अपने कुल-धर्म के अनुसार इस व्रतोत्सव का अनुष्ठान कर सकते हैं।...

अक्टूबर समीक्षा

अक्टूबर समीक्षा

रामअवतार अग्रवाल व्यवसायी व समाजसेवी सीकर निवासी-कोलकाता प्रवासी भ्रमणध्वनि: ९८३०५५६६५२ हाराज अग्रसेन हम अग्रवालों के पूर्वज है, हमारे लिए पूज्यनीय हैं, उनके विचार आज भी समाज में प्रतिपादित हो रहे हैं। मोदी जी तो आज कहते हैं ‘सबका साथ-सबका विकास’ पर युग पुरूष अग्रसेन जी ने ‘एक र्इंट-एक रूपया’ सिद्धांत के माध्यम से सम्पूर्ण समाज के विकास को सुनिश्चित किया। आज भी उनके वंशजों द्वारा चाहे वे कहीं भी निवास करते हों, इस विचारों का अनुसरण करते आ रहे हैं। समाज के लोग अपनी योग्यता अनुरूप इसका लाभ उठाने में सक्षम हैं। आज इस स्वार्थ की दुनिया में लोग अपने में...

?>