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राजस्थान रत्नाकर द्वारा २.५० लाख कॉपियां वितरित की जायेगी

राजस्थान रत्नाकर द्वारा २.५० लाख कॉपियां वितरित की जायेगी

नई दिल्ली: २१ जनवरी, २०१९ अप्रवासी राजस्थानियों की राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रमुख स्वयंसेवी संस्था ‘राजस्थान रत्नाकर’ द्वारा ज़रूरतमंद छात्र छात्राओं को २.५० लाख कॉपियों का वितरण करवाया जायेगा, संस्था द्वारा छपवाई जा रही इन कॉपियों पर सौर- ऊर्जा का विशेष संदेश भी होगा, जिसके उत्पादन की राजस्थान में प्रचुर संभावनाएं मौजूद हैं। संस्था के चैयरमेन राजेन्द्र गुप्ता की अध्यक्षता में हुई प्रबन्ध कार्यकारिणी की बैठक में प्रधान रमेश कनोडिया ने यह जानकारी दी, उन्होंने बताया कि संस्था अपने सदस्यों को २५ रु.बाजार मूल्य की इन कॉपियों को मात्र ६ रु. में उपलब्ध करवायेगी, शेष खर्च संस्था स्वयं वहन करेगी। संस्था......
श्री विश्वकर्मा भगवान

श्री विश्वकर्मा भगवान

हम अपने प्राचीन ग्रंथों उपनिषद एवं पुराण आदि का अवलोकन करें तो पायेगें कि आदि काल से ही विश्वकर्मा शिल्पी अपने विशिष्ट ज्ञान एवं विज्ञान के कारण ही न मात्र मानवों अपितु देवगणों द्वारा भी पूजित और वंदित हैं। भगवान विश्वकर्मा के आविष्कार एवं निर्माण कार्यों के सन्दर्भ में इन्द्रपुरी, यमपुरी, वरुणपुरी, कुबेरपुरी, पाण्डवपुरी, सुदामापुरी, शिवमण्डलपुरी आदि का निर्माण इनके द्वारा किया गया है। पुष्पक विमान का निर्माण तथा सभी देवों के भवन और उनके दैनिक उपयोगी होनेवाले वस्तुएं भी इनके द्वारा ही बनाया गया है। कर्ण का कुण्डल, विष्णु भगवान का सुदर्शन चक्र, शंकर भगवान का त्रिशुल और यमराज का......
जय श्री बाबा गंगाराम

जय श्री बाबा गंगाराम

झुंझुनूवाले विष्णु अवतारी श्री बाबा गंगारामजी का २७ वां विराट वार्षिक महोत्सव सम्पन्न मुंबई: श्री बाबा गंगाराम सेवा समिति, मुंबई के तत्वावधान में दिनांक: ३० दिसंबर २०१८, रविवार को विश्व शांति एवम राष्ट्रहित हेतु झुंझुनूवाले विष्णु अवतारी श्री बाबा गंगारामजी का २७वां विराट वार्षिक महोत्सव बांगुर नगर स्थित सरस्वती पार्क, गोरेगांव पश्चिम में बड़े ही हर्षोल्हास से मनाया गया, इस महोत्सव का शुभारंभ दोपहर २.१५ बजे अखण्ड ज्योति प्रज्जवलन से प्रारम्भ हुआ। श्री बाबा गंगाराम सेवा समिति के अध्यक्ष सुनील मोदी ने ‘मेरा राजस्थान’ को बताया कि संस्था के इतिहास में झुंझुनूवाले विष्णु अवतारी श्री बाबा गंगारामजी तथा श्री पंचदेव मंदिर......
जानें राजस्थान को…

जानें राजस्थान को…

कालीबंगा किस जिले में स्थित है? -हुनमानगढ़ मोहनजोदड़ो, हड़प्पा के समकालीन राजस्थान की प्राचीन सभ्यता कौन सी थी? – कालीबंगा, आहड़ कालीबंगा में उत्खनन, प्रथम चरण का कार्य कब आरभ हुआ? – १९६०- १९६१ में कालीबंगा सभ्यता कितने वर्ष पुरानी है:-५००० कालीबंगा का शाब्दिक अर्थ क्या है? – काली चुडिया जीवंत स्वामी की धातुमूर्ति, प्रतिहार कालीन जून १९८६ को कहा से प्राप्त हुई? – बरवाला, पाली महाभारत काल के अवशेष कहां प्राप्त हुए? – जयपुर के निकट बैराठ में तथा भरतपुर के नोह में महिषासुर – मर्दिनी की मृणमूर्ति जो इस देवी का प्राचीनतम अंकन है, ये कहा से प्राप्त हुई......
मौसमी-रोग ऐसे निपटें सर्दी-जुकाम से

मौसमी-रोग ऐसे निपटें सर्दी-जुकाम से

सर्दी-जुकाम वायरस की वजह से होता है, ये कई माध्यमों से फैलते हैं। सर्दी लगना राइनोवायरस के कारण होता है। यह वायरस तीन घंटों तक किसी ठोस सतह पर सक्रिय रह सकता है जैसे दरवाजे की कुंडी या टेलीफोन के चोंगे आदि पर। आप सोचते हैं कि सर्दी-जुकाम तो इस मौसम के तोहफे जैसे हैं तो एक बार फिर सोच लीजिए। सर्दियों में करीब २०० वायरस आपको बीमार करने की ताक में बैठे है और एक औसत तक मानव शरीर इन सबसे लड़ने में सक्षम नहीं होता। इसके अलावा सर्दी-जुकाम तो केवल लक्षण मात्र हैं, बीमारी तो और गहरी हो सकती......
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