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जय श्री बाबा गंगाराम

जय श्री बाबा गंगाराम

झुंझुनूवाले विष्णु अवतारी श्री बाबा गंगारामजी का २७ वां विराट वार्षिक महोत्सव सम्पन्न मुंबई: श्री बाबा गंगाराम सेवा समिति, मुंबई के तत्वावधान में दिनांक: ३० दिसंबर २०१८, रविवार को विश्व शांति एवम राष्ट्रहित हेतु झुंझुनूवाले विष्णु अवतारी श्री बाबा गंगारामजी का २७वां विराट वार्षिक महोत्सव बांगुर नगर स्थित सरस्वती पार्क, गोरेगांव पश्चिम में बड़े ही हर्षोल्हास से मनाया गया, इस महोत्सव का शुभारंभ दोपहर २.१५ बजे अखण्ड ज्योति प्रज्जवलन से प्रारम्भ हुआ। श्री बाबा गंगाराम सेवा समिति के अध्यक्ष सुनील मोदी ने ‘मेरा राजस्थान’ को बताया कि संस्था के इतिहास में झुंझुनूवाले विष्णु अवतारी श्री बाबा गंगारामजी तथा श्री पंचदेव मंदिर......
जानें राजस्थान को…

जानें राजस्थान को…

कालीबंगा किस जिले में स्थित है? -हुनमानगढ़ मोहनजोदड़ो, हड़प्पा के समकालीन राजस्थान की प्राचीन सभ्यता कौन सी थी? – कालीबंगा, आहड़ कालीबंगा में उत्खनन, प्रथम चरण का कार्य कब आरभ हुआ? – १९६०- १९६१ में कालीबंगा सभ्यता कितने वर्ष पुरानी है:-५००० कालीबंगा का शाब्दिक अर्थ क्या है? – काली चुडिया जीवंत स्वामी की धातुमूर्ति, प्रतिहार कालीन जून १९८६ को कहा से प्राप्त हुई? – बरवाला, पाली महाभारत काल के अवशेष कहां प्राप्त हुए? – जयपुर के निकट बैराठ में तथा भरतपुर के नोह में महिषासुर – मर्दिनी की मृणमूर्ति जो इस देवी का प्राचीनतम अंकन है, ये कहा से प्राप्त हुई......
मौसमी-रोग ऐसे निपटें सर्दी-जुकाम से

मौसमी-रोग ऐसे निपटें सर्दी-जुकाम से

सर्दी-जुकाम वायरस की वजह से होता है, ये कई माध्यमों से फैलते हैं। सर्दी लगना राइनोवायरस के कारण होता है। यह वायरस तीन घंटों तक किसी ठोस सतह पर सक्रिय रह सकता है जैसे दरवाजे की कुंडी या टेलीफोन के चोंगे आदि पर। आप सोचते हैं कि सर्दी-जुकाम तो इस मौसम के तोहफे जैसे हैं तो एक बार फिर सोच लीजिए। सर्दियों में करीब २०० वायरस आपको बीमार करने की ताक में बैठे है और एक औसत तक मानव शरीर इन सबसे लड़ने में सक्षम नहीं होता। इसके अलावा सर्दी-जुकाम तो केवल लक्षण मात्र हैं, बीमारी तो और गहरी हो सकती......
भारतीय राष्ट्रभाषा

भारतीय राष्ट्रभाषा

भारतीय भाषा अपनाओ अभियान           गतांक से आगे २५ दिसम्बर को शुरू हुई भारतीय भाषा सम्मान यात्रा विभिन्न पड़ावों को पार करते हुए २९ दिसंबर २०१८ को यात्रा दल सेलम पहुंचे, सेलम में सर्वप्रथम श्री दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जी पाटनी व कार्यभार संभालने वाले श्री अजय जी ने सब का स्वागत किया और एक सभा का आयोजन किया गया, सभा में जब सभी को पता चला कि हमारे देश भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है, सभी को काफी दुख हुआ, मलाल हुआ और अपने विचार व्यक्त किए कि बिजय कुमार जी आप आगे बढ़ें,......
राजस्थान के कण-कण की झलक दिखाता नागपुर का राजस्थानी महोत्सव

राजस्थान के कण-कण की झलक दिखाता नागपुर का राजस्थानी महोत्सव

नागपुर नागपुर: राजस्थानी महोत्सव अपने आप में अनोखा महोत्सव रहा, महोत्सव इस वर्ष नागपुर में २१ से २६ दिसंबर को आयोजित किया गया, जिसका प्रारंभ वर्ष १९९९ में हुआ था, अब ३-४ वर्ष में एक बार आयोजित किए जाते है, इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अपनी पैतृक भूमि राजस्थान के संस्कृति खान-पान, रहन-सहन आदि को अपनी कर्मभूमि नागपुर में बसे राजस्थानियों के समक्ष प्रस्तुत कर उन्हें जोड़ना व युवा पीढ़ि को इससे अवगत कराना, साथ ही महाराष्ट्र के लोगों को भी राजस्थानी सस्कृति की झलक दिखाना, ६ दिनों में ३ घंटों का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, इस वर्ष राजस्थान......
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