मौसमी-रोग ऐसे निपटें सर्दी-जुकाम से

सर्दी-जुकाम वायरस की वजह से होता है, ये कई माध्यमों से फैलते हैं। सर्दी लगना राइनोवायरस के कारण होता है। यह वायरस तीन घंटों तक किसी ठोस सतह पर सक्रिय रह सकता है जैसे दरवाजे की कुंडी या टेलीफोन के चोंगे आदि पर।

आप सोचते हैं कि सर्दी-जुकाम तो इस मौसम के तोहफे जैसे हैं तो एक बार फिर सोच लीजिए। सर्दियों में करीब २०० वायरस आपको बीमार करने की ताक में बैठे है और एक औसत तक मानव शरीर इन सबसे लड़ने में सक्षम नहीं होता।
इसके अलावा सर्दी-जुकाम तो केवल लक्षण मात्र हैं, बीमारी तो और गहरी हो सकती है। इरादा आपको डराने का नहीं है बल्कि सावधान करने का है ताकि मौसम की मार से बच सकें।
सर्दी-जुकाम वायरस की वजह से होते हैं किंतु ये कई माध्यमों से फैलते हैं। सर्दी लगना राइनोवायरस के कारण होता है। यह वायरस तीन घंटों तक किसी ठोस सतह पर सक्रिय रह सकता है जैसे दरवाजे की कुंडी या टेलीफोन के चोंगे आदि पर। इस तरह से यह हाथ के द्वारा फैलता है।
जुकाम का वायरस हवा के द्वारा तब फैलता है, जब रोगी बातचीत करे, जम्हाई ले या खांसे। यह वायरस १० मिनटों तक हवा में सक्रिय रहता है।
सर्दी-जुकाम की रोकथाम सर्दी का वायरस हमारे शरीर को म्यूकस मैम्बेम के जरिए प्रभावित करता है, इसलिए अपनी नाक व आंखों को मसलें नहीं तथा मुंह के भीतर हाथ न डालें। सर्दी से बचने का सबसे बेहतर तरीका यह है कि वायरस को अपने हाथों से दूर रखें।
अपने हाथों को समय-समय पर अच्छी तरह धोते रहें। अध्ययन बताते हैं कि दिनभर में हाथों को कम से कम ५ बार धोने से बीमार पड़ने के मौके ४५ प्रतिशत कम हो जाते हैं।
धूल, धूएं और तंबाकू के धूएं से जितना संभव हो, उतना बचें।

सर्दियों के दस्तक देते ही जब आपको सर्दी के सिग्नल मिलने लगें जैसे गला जाम लगे या नाक भारी होने लगे तो फिर रोजाना विटामिन सी की खुराक लेना आरंभ कर दें। यह खुराक २५० एमजी से ५०० एमजी तक हो सकती है।
शरीर में पानी की कमी न होने दें और पौष्टिक चीजें खाएं। ये दोनों बातें सर्दी से बचाने में अहम भूमिका निभाती हैं। इनकी पूर्ति हेतु फलों का रस पिएं, सब्जियां खाएं, लहसुन व मिर्च का प्रयोग करें जो की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर हैं।

सर्दी-जुकाम का उपचार
सर्दी-जुकाम के वायरस जब हमला करते हैं तो शरीर का रोग प्रतिरोधक तंत्र उनसे लड़ने के लिए सक्रिय हो जाता है। इस लड़ाई की वजह से हमें बुखार, नाक बंद, शरीर में दर्द, सिर में दर्द व गला दर्द जैसी समस्याओं से निपटना पड़ता है। ऐसे लक्षणों से तुरंत व सुरक्षित तरीके से आराम पाने के लिए पैरासीटामॉल जैसी अपेक्षाकृत कम सुरक्षित दवा ली जा सकती है।
बुखार व दर्द को नियंत्रित करने के लिए पैरासीटामॉल का प्रयोग किया जा सकता है।
गर्म सूप भी इस स्थिति में अच्छा है। बीमारी के दौरान १ या २ कप रोजाना पिएं। गर्म चाय से म्यूकस पतला हो जाता है और सांस लेने के लिए रास्ता खुल जाता है।
आराम करें। कम से कम ४८ घंटे बिस्तर से न निकलें, जब तक शरीर का तापमान सामान्य न हो जाए।
सर्दी से ग्रस्त किसी व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद, अपने हाथ धोएं जब आप भीड़ भरी जगह से घर लौंटें, जहां आपने लिफ्ट, दरवाजों आदि को छुआ हो और जन-परिवहन के साधनों का इस्तेमाल किया हो।
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अपने हाथों को कम से कम १५ सेकंड तक धोएं, इसके लिए गर्म पानी और किसी अच्छे लिक्विड हैंड वॉश का प्रयोग करें, ऐसे हैंड वॉश का प्रयोग करें, जिसकी बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता सिद्ध हो चुकी हो।

सर्दियों का मेवा खजूर : जानिए १० विशेष गुण

मौसम के बदलने पर शरीर को भी कुछ बदलाव करने पड़ते हैं और अपने खानपान में बदलाव लाकर हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। सर्दियों में कुछ खास खाद्य पदार्थों के सेवन से हमारे शरीर को विशेष लाभ होता है।
खजूर को सर्दियों का मेवा कहा जाता है और इसे इस मौसम में खाने से खास फायदे होते हैं। खजूर या पिंडखजूर कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होता है, इसमें आयरन और फ्लोरिन भरपूर मात्रा में होते हैं इसके अलावा यह कई प्रकार के विटामिन्स और मिनरल्स का खास स्त्रोत होता हैं।

इसका इस्तेमाल नियमित तौर पर करने से आप खुद को कई प्रकार के रोगों से दूर रख सकते हैं और यह कॉलेस्ट्राल कम रखने में भी मददगार है।
खजूर को इस्तेमाल करने के अनगिनत फायदे हैं क्योंकि खजूर में कॉलेस्ट्रोल नहीं होता और फेट का स्तर भी काफी कम होता है। खजूर में प्रोटीन के साथ-साथ डाइटरी फावर और विटामिन बी१, बी२, बी३, बी५, ए१ और सी भरपूर मात्रा में होते हैं।
इसमें मौजूद ये सारे तत्व स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने में बहुत कारगर हैं, ‘मेरा राजस्थान’ के प्रबुद्ध पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं १० विशेष गुण
१. खजुर खाने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है क्योंकि यह घुलनशील और अघुलनशील फायबर से भरपूर होता है साथ ही साथ इसमें अमीनो एसीड भी पाया जाता है। खजूर को रातभर पानी में गलाकर इसे पानी के साथ पीने से पाचनतंत्र में निश्चित तौर पर सुधार आता है।
२. खजूर में शरीर को एनर्जी प्रदान करने की अद्भुत क्षमता होती है क्योंकि इसमें प्राकृतिक शुगर जैसे ग्लूकोज, सुक्रोज और फ्रूक्टोज पाए जाते हैं। खजूर का भरपूर फायदा इसे दूध में मिलाकर इस्तेमाल करने से मिलता है।
३. खजूर में पाए जाने वाली पोटेशियम की भरपूर और सोडियम की कम मात्रा के कारण से शरीर के नर्वस सिस्टम के लिए बेदह लाभकारी है। शोध से साबित हुआ है कि शरीर को पोटेशियम की काफी जरुरत होती है और इससे स्ट्रोक का खतरा कम होता है। खजूर शरीर में होने वाले एल.डी.एल. कॉलेस्ट्रोल के स्तर को भी कम रखकर आपके दिल के स्वास्थ्य की रक्षा करता है।

४. खजूर में पाया जाने वाला आयरन शरीर में खून की कमी यानी की एनीमिया को ठीक करने में बहुत कारगर हैं। खजूर की मात्रा बढाकर खून की कमी को दूर किया जा सकता है। खजूर में फ्लूरिन भी पाया जाता है जिससे दांतों के क्षय होने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
५. सेक्सुअल स्टेमिना बढाने में खजूर की अहम भूमिका होती है। खजूर को रात भर बकरी के दूध में गलाकर सुबह पीस लेना चाहिए और फिर इसमें थोड़ा शहद और इलाइची मिलाकर सेवन करने से सेक्स संबंधी समस्याओं में बहुत लाभ होता है।
६. खजूर उन लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी है जो वजन बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इसका उपयोग शराब पीने से शरीर को होने वाले नुकसान से बचने में भी किया जाता है। (शराब पीना शरीर के लिए काफी नुकसानप्रद ही होता है)
७. खजूर से पेट का कैंसर भी ठीक होता है। इसके विषय में सबसे अच्छी बात यह है कि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। इससे आंखों की रोशनी भी बढ़ती है और इसके नियमित उपयोग से रतोंधी से भी छुटकारा मिलता है।

८. आप अपने शरीर के शुगर स्तर को खजूर के उपयोग नियंत्रित कर  सकते हैं। खजूर को शहद के साथ इस्तेमाल करने से डायरिया में भरपूर लाभ होता है।
९. खजूर के उपयोग से निराशा को दूर किया जा सकता है और यह स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए अत्याधिक लाभकारी होता है। खजूर गर्भवती महिलाओं में होने वाली कई प्रकार की समस्याओं से छुटकारा दिलाता है क्योंकि यह बच्चेदानी की दीवार को मजबूती प्रदान करता है। इससे बच्चों के पैदा होने की प्रक्रिया आसान हो जाती है और खून का स्त्राव भी कम होता है।
१०. रात में बिस्तर गीला करने वाले बच्चों के लिए खजूर अत्यधिक लाभकारी है। यह उन लोगों के लिए भी बहुत कारगर है जिन्हें बार-बार बाथरुम जाना पड़ता है।
खजूर को विभिन्न तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन इसे इस्तेमाल करने के पहले इसे अच्छी तरह से धोना बेहद जरुरी है, इसके इस्तेमाल से खाने का स्वाद बढ़ता है और शरीर में तुरंत एनर्जी आती है, सर्दियों में इसका उपयोग लाभकारी होता है।

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